कानपुर में जुमे की नमाज के बवाल हो गया। इस हिंसा में कई लोग घायल हो गए। पुलिस ने इस मामले में 18 लोगों हिरासत में भी लिया है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जुमे की नमाज के बाद दो समुदायों के सदस्य आमने-सामने आ गए और उन्होंने एक-दूसरे पर ईंटों से पथराव किया। उन्होंने कहा कि इस दौरान गोलीबारी भी हुई।
उन्होंने बताया कि अल्पसंख्यक समुदाय के लोग टीवी की बहस के दौरान भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ की गई कथित अपमानजनक टिप्पणी को लेकर नाराज थे और इसी के विरोध में वो इलाके की दुकानें बंद कराने का प्रयास कर रहे थे।बताया कि कथित तौर पर दुकानदारों पर अपने शटर बंद करने के लिए दबाव बना रहे लोग पुलिसकर्मियों से भिड़ गए।
उन्होंने बताया कि बाद में भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।कानपुर कमिश्नरेट के पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीना को सूचना मिलते ही वो भी घटना स्थल पर तत्काल पहुंचे। उन्होंने लोगों से अमन-चैन बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने बताया कि 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है।
उपद्रव करने वालों की फोटो और वीडियो पुलिस के पास है उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा।कानपुर की जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बताया कि कानपुर में हुए बवाल में कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें चिकित्सा सहायता के लिए भेजा गया। प्रभावित क्षेत्रों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
उन्होंने बताया कि स्थिति पर कड़ी निगरानी रखने और आगे हिंसा न हो यह सुनिश्चित करने को लेकर सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। कहा कि जांच शुरू कर दी गई है और कई लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। उन्होंने बताया कि अभी तक हिंसा के सही कारणों की पुष्टि नहीं हुई है।
उधर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने पूरे मामले में सवाल खड़े किये है। कहा कि महामहिम राष्ट्रपति जी, प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नगर में रहते हुए भी पुलिस और खुफिया-तंत्र की विफलता से भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा दिए गए भड़काऊ बयान से, कानपुर में जो अशांति हुई है, उसके लिए भाजपा नेता को गिऱफ्तार किया जाए। हमारी सभी से शांति बनाए रखने की अपील है।