उदयपुर हत्याकांड में पुलिस ने किया दो और लोगों को गिरफ्तार

टेलर कन्हैया लाल की 28 जून को निर्मम हत्या कर दी गई थीं। इस मामले में गहलोत सरकार एक्शन में आ गई है और उदयपुर के एसपी और आईजी को हटा दिया है। तो वहीं, उदयपुर पुलिस ने इस मामले में दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

पुलिस गिरफ्त में आए मोहसिन और आसिफ पर साजिश रचने का आरोप है। इसके साथ ही तीन और अन्य लोगों से पूछताछ की जा रही है। उधर, कन्हैया लाल की हत्या में शामिल दोनों आरोपियों (रियाज अंसारी और मोहम्मद गौस) को अजमेर जेल शिफ्ट कर दिया गया है।

कन्हैया लाल की हत्या के बाद उदयपुर समेत राजस्थान के अंदर लोगों में भारी आक्रोश है। तनावपूर्ण हालातों के देखते हुए गहलोत सरकार ने पूरे प्रदेश में एक महीने के लिए धारा 144 लागू कर दी थी। वहीं, उदयपुर के एसपी मनोज कुमार और आईजी हिंगलाज दान को हटा दिया है।

अब विकास शर्मा को उदयपुर जिले का नया एसपी बनाया गया है। इससे पहले राजस्थान सरकार ने लापरवाही के आरोप में उदयपुर के एएसआई भंवर लाल को सस्पेंड कर दिया था। एएसआई ने ही कन्हैयालाल की शिकायत पर समझौता कराया था।

वहीं इस मामले में उदयपुर पुलिस ने 2 और आरोपियों को गुरुवार (30 जून) देर रात गिरफ्तार कर लिया। इस संबंध में जानकारी देते हुए आईजी प्रफुल्ल कुमार ने बताया कि मौसीन और आसिफ को गिरफ्तार किया गया है। वे साजिश और हत्याकांड की तैयारी में शामिल थे।

इस बीच, एनआईए ने उदयपुर कोर्ट में आवेदन देकर मोहम्मद रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद की कस्टडी की मांग की है। दोनों आरोपियों को गुरुवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। वहीं, इस मामले में एसआईटी ने आरोपियों की धाराओं में भी बढ़ोतरी कर दी है।

यह धारा हथियार मिलने के बाद बढ़ाई गई है। साजिशकर्ता के नाम सामने आने के बाद केस में धारा 120B भी जोड़ी गई। धारा 307, 326 को भी एफआईआर में जोड़ा गया। धारा 326 गंभीर प्रवृत्ति के घाव पर लगाई जाती है। जांच टीम पूरे मामले में लगातार पड़ताल कर रही है।

वहीं कन्हैया लाल की हत्या में शामिल दोनों आऱोपियों को अजमेर जेल में शिफ्ट कर दिया गया है। ऐसा बताया जा रहा है कि खुफिया विभाग ने आशंका जताई ती कि दोनों की जिंदगी को खतरा हो सकता है। इसके बाद दोनों को अजमेर की हाई सिक्योरिटी वाली जेल में शिफ्ट कर दिया गया।

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