पीएनबी में फ्रॉड के खुलासे के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 16 सरकारी बैंकों से नीरव मोदी और मेहुल चौकसी को दिए सभी लोन की पूरी डिटेल मांगी है। साथ ही बैंकों को बताना होगा कि हीरा कारोबारी नीरव और गीतांजलि जेम्स ने लोन के लिए कितनी जमानत ऑफर की है। उधर, सीबीआई ने पंजाब नेशनल बैंक के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर केवी ब्रह्मजी राव से दूसरे दिन भी पूछताछ की।
वह बैंक में मुंबई जोन के प्रभारी हैं। जांच एजेंसी ने साफ किया है कि ब्रह्मजी फ्रॉड केस में आरोपी नहीं हैं। उनसे घोटाले के बारे में जानने की कोशिश की जा रही है।जांच एजेंसी के सूत्रों ने बताया कि अगर नीरव और चौकसी के द्वारा लिए 16 बैंकों के सभी लोन में गड़बड़ी की बात सामने आती है तो फ्रॉड की रकम 20 हजार करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है।
पीएनबी फ्रॉड की जांच में पता चला है कि आरोपी नीरव और चौकसी की कंपनियों को बैंकों ने 12 फीसदी जमानत पर कई बड़े लोन ऑफर किए हैं। पीएनबी की तरह इनकी रिकवरी भी खतरे में है।इनमें से कई लोन सेकंड कैटेगरी के स्पेशल अकाउंट्स के अंदर आते हैं। यानी कि लोन दिए जाने के दौरान कंपनी नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स कैटेगरी में जा चुकी थीं।
दूसरी ओर, देश में बैंक इंडस्ट्री के सबसे बड़े फ्रॉड की जांच में सीबीआई ने रविवार को पंजाब नेशनल बैंक के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर केवी ब्रह्मजी राव (35) से दूसरे दिन भी पूछताछ की। एक अफसर ने बताया कि आगे भी कई और बैंक अफसरों से पूछताछ होगी।जांच एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, ब्रह्मजी इस केस में आरोपी नहीं हैं।
उनसे पूछताछ कर समझने की कोशिश की जा रही है कि बैंक ने कैसे घोटाले का पता लगाया। इसके बाद गड़बड़ी रोकने के लिए क्या कदम उठाए।ब्रह्मजी पीएनबी में मुंबई जोन के रिस्क मैनेजमेंट डिविजन के प्रभारी हैं और उन्हीं की जोन में आने वाली मुंबई की एक ब्रांच में अफसरों के साथ मिलकर नीरव और चौकसी ने 293 फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग्स (LoUs) के जरिए घोटाला किया।