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पीएनबी फ्रॉड मामले में 200 शेल कंपनी-बेनामी एसेट्स जांच के दायरे में

पीएनबी फ्रॉड में हीरा कारोबारी नीरव मोदी, मेहुल चौकसी और अन्य आरोपियों के खिलाफ जांच कर रही एजेंसियों की नजर अब 200 शेल कंपनियां और बेनामी एसेट्स पर है। वहीं, पीएनबी के अलावा देश की अन्य ओवरसीज बैंकों के अफसर भी शक के दायरे में हैं। रविवार को चौथे दिन भी नीरव और चौकसी के गीतांजलि ग्रुप के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने छापे मारे।

इस दौरान 24 इम्मूवेबल प्रॉपर्टी (अचल संपत्ति) सीज की गईं। बता दें कि सीबीआई ने आरोपियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में 2 एफआईआर दर्ज की हैं।जांच एजेंसी के सूत्रों ने बताया कि सीबीआई ने देर शाम पीएनबी की मुंबई स्थित ब्रेडी हाउस ब्रांच में छापा मारकर बैंक के पूर्व मैनेजर समेत 5 अधिकारियों से पूछताछ की। इसके अलावा नीरव मोदी की कंपनी के अधिकारियों से भी पूछताछ की गई।

ईडी के एक सीनियर अफसर ने बताया कि रविवार को देशभर के 45 ठिकानों पर कार्रवाई की गई। इनमें नीरव और चौकसी के ज्वेलरी शो रूम और वर्कशॉप भी शामिल हैं। कोलकाता में गीतांजलि और नक्षत्र के 6 शो रूम में कार्रवाई हुई।इनकम टैक्स डिपार्टमेंट पहले ही नीरव मोदी और उसकी फैमिली से जुड़ीं 29 प्रॉपर्टी अटैच कर चुका है।

आगे कुछ और एसेट्स कब्जे में लिए जाएंगे। ईडी ने कुल 5,674 करोड़ रुपए कीमत के डायमंड, ज्वेलरी और अन्य प्रॉपर्टी सीज की हैं।ईडी के सूत्रों ने बताया कि भारत और दूसरे देशों की 200 शेल कंपनियों पर जांच एजेंसियों की नजर है। जिन्होंने बैंक फ्रॉड की रकम इस्तेमाल की है। आशंका है कि आरोपियों ने शेल कंपनियां बनाकर मनी लॉन्ड्रिंग की और बेनामी एसेट्स तैयार किए हैं। 

देश में बैंकिंग इंडस्ट्री के सबसे बड़े फ्रॉड की जांच के लिए इनकम टैक्स और ईडी ने स्पेशल टीम बनाई है।ईडी ने शनिवार को मेहुल चौकसी के गीतांजलि जेम्स 9 बैंक खाते सीज किए थे। वहीं, नीरव मोदी और उसकी फैमिली से जुड़े 105 बैंक अकाउंट और 29 प्रॉपर्टी सीज की जा चुकी हैं।जांच एजेंसियों के मुताबिक, फ्रॉड केस में पीएनबी के अलावा देश की अन्य ओवरसीज बैंक के अफसरों पर भी नजर रखी जा रही है।

जिन पर गलत तरीके से लेटर ऑफ अंडरटेकिंग्स (LoUs) जारी करने का शक है।सूत्रों ने बताया कि इनमें हांगकांग स्थित इलाहाबाद बैंक, स्टेट बैंक, यूनियन बैंक, यूको बैंक, एक्सिस बैंक समेत 11 बैंकों ने लोगों को पिछले 7 साल में रकम उधार दी है। एसबीआई ने बताया है कि उसकी हांगकांग ब्रांच से नीरव मोदी की कंपनियों को 136 करोड़ रु. दिए। जबकि यूनियन बैंक ने 193 करोड़ और यूको बैंक ने 265 करोड़ देने की बात मानी है।

पंजाब नेशनल बैंक ने पिछले दिनों सेबी और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को 11,356 करोड़ रुपए के घोटाले के जानकारी दी थी। घोटाले को पीएनबी की मुंबई की ब्रेडी हाउस ब्रांच में अंजाम दिया गया। शुरुआत 2011 से हुई। 7 साल में हजारों करोड़ की रकम फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग्स (LoUs) के जरिए विदेशी अकाउंट्स में ट्रांसफर की गई।

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