मोदी ने पुलिसकर्मियों तक पहुंचने के लिए एक अनूठी पहल करने की सोची है। पीएम गणतंत्र दिवस के मौके पर देश के सभी 18 लाख पुलिसकर्मियों को एसएमएस भेजने की सोची है। पीएम सभी राज्यों के पुलिस बलों के पुलिस महानिदेशक से लेकर कांस्टेबल तक एसएमएस के जरिये व्यक्तिगत रूप से संपर्क करेंगे और उन्हें बधाई देंगे।मोदी ने अभी गुजरात के कच्छ के रण में समाप्त हुए तीन दिवसीय पुलिस महानिदेशक सम्मेलन के दौरान अपनी यह इच्छा प्रकट की।
यह शायद पहली बार होगा कि प्रधानमंत्री देश भर के सभी पुलिसकर्मियों से सीधा संपर्क करेंगे।मोदी ने कहा कि सभी पुलिसकर्मियों का संपर्क विवरण सूचीबद्ध होना आवश्यक है और उन्होंने राज्यों के पुलिस महानिदेशकों से 26 जनवरी से पहले यह सूची तैयार करने को कहा है ताकि वह गणतंत्र दिवस पर एसएमएस भेज सकें।लोगों के तन और मन पर योग के सकारात्मक प्रभावों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि हर पुलिसकर्मी को दिन की शुरूआत योग से करना चाहिए और यदि जरूरी हो तो सुरक्षाकर्मियों के हित के लिए थानों को योग शिक्षक रखना चाहिए।
उन्होंने पुलिसकर्मियों के हित में उनके द्वारा पारंपरिक मीडिया और सोशल मीडिया के इस्तेमाल की यह कहते हुए वकालत की कि वे बदलते समय और प्रौद्योगिकी से अलग नहीं रह सकते।उन्होंने किसी भी विषय पर पुलिस का दृष्टिकोण सभी के सामने रखने के लिए पुलिसकर्मियों और पत्रकारों :प्रिंट और इलेक्ट्रोनिक दोनों मीडिया के पत्रकारों: के बीच सक्रिय संवाद पर बल दिया ताकि पुलिस के बारे में गलतफहमी दूर हो।
आईएसआईएस और अन्य आतंकवादी संगठनों द्वारा युवकों को कट्टरपंथ की सीख दिये जाने को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि संवेदनशीलता पुलिस व्यवस्था का अहम तत्व है और उन्होंने ‘लचीले संस्थागत ढांचा’ विकसित करने का सुझाव दिया जिसके अंतर्गत पुलिस को स्थानीय समुदायों से संपर्क बनाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘संवेदनशीलता पुलिस व्यवस्था के लिए अहम तत्व है और ‘लचीला संस्थागत ढांचा’ विकसित किया जाना चाहिए जो पुलिसबल में नागरिकों के प्रति संवेदनशीलता जगाए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पुलिसबलों को स्थानीय समुदायों के साथ संपर्क कायम करना चाहिए और उसका एक तरीका समुदाय के लोगों की सफलताओं और उपलब्धियों पर खुशी मनाना है। ’’ मोदी ने अपराधों से निबटने में प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल पर बल दिया।आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और दिल्ली की पुलिस ने हाल ही में मध्यएशिया के आतंकवादी संगठन आईएस के प्रभाव में आए युवकों को कट्टरपंथ के मार्ग से हटाने के लिए परिवार और समुदाय के बड़े बुजुर्गों का सहयोग लिया है।मोदी ने अंतरराज्यीय सीमाओं पर पड़ोसी जिलों के पुलिसबलों के बीच अधिक संपर्क पर भी जोर दिया।