कांग्रेस का कहना है कि पीएम नरेंद्र मोदी 16 अक्टबूर को गुजरात जाने वाले हैं इसलिए चुनाव आयोग ने अभी तारीखों का ऐलान नहीं किया, क्योंकि ऐसे में चुनाव आचार संहिता लागू हो जाएगी और प्रधानमंत्री लोक लुभावन घोषणाएं नहीं कर पाएंगे.
बाकी पार्टियां भी इस बात पर सवाल उठा रही हैं कि जहां एक साथ लोकसभा और विधानसभा चुनाव कराए जाने की तैयारी की जा रही है, वहीं दो राज्यों में चुनाव तारीखों का एक साथ ऐलान करने में क्या परेशानी है? वहीं चुनाव आयोग का कहना है कि गुजरात सरकार ने आचार संहिता लागू होने से बाढ़ राहत कार्य पर असर होने की बात कही है, जिसकी वजह से अभी तारीख़ों का ऐलान नहीं किया गया है.
गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया. उम्मीद थी कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों का भी ऐलान होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. मुख्य चुनाव आयुक्त ने हिमाचल प्रदेश में 9 नवंबर को चुनाव कराने का ऐलान किया.
18 दिसंबर को वोटों की गिनती कराने की घोषणा की, लेकिन गुजरात में चुनाव कराने के बारे में औपचारिक ऐलान नहीं किया. मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि गुजरात सरकार ने औपचारिक तौर पर गुज़ारिश की है कि सात ज़िलों में बाढ़ की वजह से वहां राहत-पुनर्वास का काम चल रहा है इसलिए मोडल कोड ऑफ कंन्डक्ट लागू ना किया जाए.