पीएम मोदी आज अमरकंटक में नर्मदा यात्रा का समापन करेंगे। सभा में 5 लाख लोगों के आने की उम्मीद है। इसी लिहाज से व्यवस्थाएं भी की गई हैं। पीएम के दौरे और समापन समारोह पर 20 करोड़ रुपए से ज्यादा के खर्च का आकलन है।मध्य प्रदेश सरकार ने डिपार्टमेंट के तहत आने वाली जन अभियान परिषद को 16 करोड़ रु. सिर्फ सभा के लिए दिए हैं। इसमें से आठ करोड़ रुपए लोगों को लाने, ले जाने पर ही खर्च होंगे।
मोदी दोपहर स्पेशल प्लेन से जबलपुर पहुंचेंगे। फिर हेलिकॉप्टर से अमरकंटक।मोदी पहले हेलिकॉप्टर से सीधे अमरकंटक जाने वाले थे। लेकिन ऐसा माना जाता है कि वीवीआईपी का अमरकंटक से सीधा गुजरना या उतरना अशुभ होता है। इसलिए नजदीक के एक गांव में तीन नए हेलिपैड बनाए गए हैं।
प्रोग्राम के लिए पिछले से जोरदार तैयारी की जा रही है। सिक्युरिटी के लिए 4 हजार पुलिस जवान तैनात होंगे। पूरी राज्य सरकार वहां होगी।विधायकों को भी लोगों को लाने की जिम्मेदारी दी गई है। सीनियर अफसर पूरे आयोजन पर नजर रख रहे हैं। रविवार देर शाम तक भी अलग-अलग जिलों से व्यवस्थाओं के लिए खर्च की मांग आती रही।
लोगों को लाने के लिए करीब 5300 बसों को लगाया गया है। ट्रांसपोर्टेशन पर 8 करोड़ का खर्च आ रहा है।12 एंबुलेंस और जबलपुर-रीवा से डॉक्टरों की टीमें लगेंगी। बीएसएनएल से कहा गया है कि मोबाइल का नेटवर्क ठीक हो, इसकी ध्यान रखें। इंडियन ऑयल कार्पोरेशन पेट्रोल-डीजल पर ध्यान देगा।बता दें कि 3 हेलिपैड पर 43 लाख 72 हजार रुपए खर्च हुए। 47.74 लाख की लागत से एक खास सड़क बनाई गई।
दिल्ली से इंडियन ओसीन बैंड बुलाया गया है। नर्मदा यात्रा के कई प्रोग्रामों का जिम्मा इसी इवेंट मैनेजमेंट कंपनी के पास था। 6 लाख स्क्वेयर फीट से ज्यादा इलाके में लगेगा। पाइपलाइनें बिछाई जा रही हैं। 20 से ज्यादा एलईडी स्क्रीन होंगी। इन पर 5 करोड़ के खर्च का अनुमान है।खाने पर 7 करोड़ का खर्च आ रहा है।
निमाड़ के लोगों को तीन बार भोजन का जिम्मा विधायक और मंत्रियों को सौंपा गया है। कई जगह दो बार भोजन दिया जाएगा। जिला-जनपद पंचायत वालों को इन्हें लाने का जिम्मा दिया है।नर्मदा के उद्गम अनूपपुर जिले के अमरकंटक से 11 दिसंबर 2016 से शुरू हुई नमामि देवि नर्मदे-सेवा यात्रा की 15 मई को अमरकंटक में ही पूरी हो रही है।
यात्रा उज्जैन, इन्दौर, भोपाल, होशंगाबाद, जबलपुर और रीवा डिवीजन के 16 जिलों से गुजरी। यात्रा ने 148 दिन में करीब 3300 किमी की दूरी तय की। इस दौरान जागरूक करने के लिये 1093 जन-संवाद हुए, जिनमें 24.34 लाख लोगों ने भाग लिया।यात्रा में गोविन्दा, पद्मिनी कोल्हापुरे, मीता वशिष्ठ, अनुपम खेर, विवेक ओबेराय, आशुतोष राणा, गोविन्द नामदेव, मुकेश तिवारी, अन्नू कपूर, रजा मुराद, और रघुवीर यादव जैसी फिल्मी हस्तियां भी जुड़ीं।