प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई में देश के पहले ‘मेक इन इंडिया’ सप्ताह का उद्घाटन किया.यह आयोजन देश को अपनी ‘विनिर्माण ताकत’ का अहसास करवाने का एक बड़ा अवसर है, जहां घरेलू और वैश्विक निवेशकों से अरबों डालर का निवेश आकर्षित होने की संभावना है.एक सप्ताह तक चलने वाले इस औद्योगिक आयोजन में 2,500 से अधिक अंतरराष्ट्रीय और 8,000 घरेलू कंपनियां हिस्सा ले रही हैं. इसमें 68 देशों से विदेशी सरकारी प्रतिनिधिमंडल और 72 देशों से कारोबारी प्रतिनिधिमंडल शामिल हो रहे हैं.
इस आयोजन में विदेशी सरकारों और प्रांतों के प्रमुख भी हिस्सा ले रहे हैं जिनमें स्वीडन, फिनलैंड के प्रधानमंत्री और पोलैंड के उप प्रधानमंत्री शामिल हैं.सरकार ने 13 से 18 फरवरी तक चलने वाले इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है और इसके लिए 80 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है.
प्रधानमंत्री मोदी ने मध्य मुंबई में वर्ली स्थित एनएससीआई आडिटोरियम में मेक इन इंडिया सप्ताह का उद्घाटन किया, जहां रतन टाटा, साइरस मिस्त्री, मुकेश अंबानी, अजय पीरामल, कुमार मंगलम बिड़ला, आनन्द महिन्द्रा और गौतम अडाणी जैसे दिग्गज उद्योगपतियों के साथ उनकी बातचीत होने की संभावना है.
इस कार्यक्रम में 17 राज्य भागीदारी कर रहे हैं जिनमें ज्यादातर भाजपा शासन वाले राज्य हैं. यहां 52 संगोष्ठियों का आयोजन होगा जिसमें घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के शीर्ष अधिकारी शामिल होंगे. गुजरात, मध्य प्रदेश, हरियाणा, ओड़िशा और पंजाब को लेकर राज्य केन्द्रित सत्रों का आयोजन किया जाएगा.