कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के खतरे के मद्देनजर प्रधानमंत्री मोदी का यूएई और कुवैत का दौरा फिलहाल टाल दिया गया है।भारत ही नहीं दुनिया के कई देशों में ओमीक्रोन वेरिएंट के मामलों में इजाफा देखा जा रहा है। इसके मद्देनजर पीएम मोदी का प्रस्तावित दौरा टालने का फैसला हुआ है।
विदेश मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार पीएम का ये दौरा नए साल पर छह जनवरी के आसपास होने की संभावना थी। साल 2022 में पीएम का ये पहला दौरा होता। दोनों पक्ष इसकी तारीख तय करने को लेकर विचार कर रहे थे।
प्रधानमंत्री की रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण खाड़ी देश की प्रस्तावित यात्रा ऐसे समय में हो रही थी, जब दोनों देश अपने कूटनीतिक संबंधों के 50 साल पूरे कर रहे हैं। भारत और संयुक्त अरब अमीरात हाल में चार देशों के एक नए समूह में शामिल हुए जो व्यापार और निवेश से संबंधित विषयों पर ध्यान केंद्रित कर सकता है।
समूह के अन्य दो सदस्यों में अमेरिका और इस्रइल हैं।दोनों देशों के संबंधों में 2015 में मोदी की यूएई यात्रा के बाद काफी प्रगति देखी गयी और इसे साझेदारी में नये दौर की शुरु आत के रूप में देखा गया।
अबू धाबी के क्राउन प्रिंस और यूएई सशस्त्र बलों के उप सर्वोच्च कमांडर शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नहयान ने 2016 में भारत की यात्रा की थी। वह जनवरी 2017 में गणतंत्र दिवस समारोहों में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने के लिए दोबारा भारत आये थे।
प्रधानमंत्री मोदी दुबई में आयोजित छठी वर्ल्ड गवर्नमेंट समिट में भाग लेने के लिए फरवरी 2018 में फिर से यूएई गये थे। वह अगस्त 2019 में एक बार फिर यूएई गये, जहां उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान द ऑर्डर ऑफ जायेद से सम्मानित किया गया है।