नरेंद्र मोदी एक बार फिर अमेरिका यात्रा पर जा रहे हैं। वे कल यानी 23 सितंबर को यहां से 7 दिन की विदेश यात्रा पर रवाना होंगे। इस यात्रा पर वे पहले आयरलैंड जाएंगे उसके बाद 24 सितंबर को अमेरिका की यात्रा की शुरुआत करेंगे। यात्रा पर जाने से पहले पीएम मोदी ने सोमवार को कहा, इस अमेरिका यात्रा से दोनों देशों के संबंध और प्रगाढ होंगे तथा उनकी पिछली यात्रा और इस साल अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की भारत यात्रा से बने पर्याप्त आधार को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। पीएम मोदी ने एक बयान में कहा कि दो देशों की यात्रा के पहले चरण में वह आयरलैंड की यात्रा करेंगे। पिछले 60 साल में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली आयरलैंड यात्रा होगी। उन्होंने कहा कि आयरलैंड में वह वहां की सरकार के प्रमुख एंडा केनी से बातचीत करेंगे। उन्होंने उम्मीद जतायी कि आने वाले वर्षों में आयरलैंड के साथ आर्थिक संबंधों के साथ ही लोगों के बीच का आपसी संपर्क भी मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि वह भारतीय समुदाय से भी संवाद करेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा, मेरी अमेरिका यात्रा पिछले साल की वहां की मेरी यात्रा और राष्ट्रपति ओबामा की इस साल की भारत यात्रा के दौरान बने पर्याप्त आधार को और आगे बढ़ाने के लिए होगी। उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि मेरी अमेरिका यात्रा लाभदायक होगी और विश्व के सबसे पुराने और सबसे बड़े लोकतंत्रों के बीच संबंधों को और प्रगाढ़ बनाएगी। मोदी ने कहा कि वह एक ऐतिहासिक मौके पर अमेरिका जा रहे हैं, जब संयुक्त राष्ट्र अपनी 70वीं वषर्गांठ मना रहा है। उन्होंने कहा, भारत संयुक्त राष्ट्र को काफी महत्व देता है। जुलाई में, मैंने संयुक्त राष्ट्र के एजेंडा और सुधारों के लिए भारत की दृष्टि को रेखांकित करते हुए 193 देशों की सरकारों के प्रमुखों को एक पत्र लिखा था। मुझे खुशी है कि कई देशों के नेताओं ने हमारी दृष्टि का समर्थन करते हुए हमें जवाबी पत्र लिखा।
प्रधानमंत्री मोदी न्यूयार्क सिटी में नए सतत विकास एजेंडा ‘पोस्ट-2015’ को औपचारिक रूप से स्वीकार करने के लिए संयुक्त राष्ट्र सतत विकास शिखर सम्मेलन को संबोधित करेंगे। उन्होंने कहा कि ऐसी संस्कृति से जिसके लोकाचार में सद्भाव को काफी महत्व दिया गया है, वह जुडे हुए हैं और उन्हें ऐसे मंच को संबोधित करने को लेकर काफी खुशी है। नये लक्ष्य सतत विकास के संबंध में भारत की दृष्टि और इसके लिए हमारे महत्वपूर्ण कार्यक्रमों से करीबी रूप से जुड़े हुए हैं।
उन्होंने कहा, मैं राष्ट्रपति ओबामा द्वारा आयोजित शांति संबंधी शिखर सम्मेलन में भी हिस्सा लूंगा। मोदी ने कहा कि भारत संयुक्त राष्ट्र शांति अभियान में सबसे ज्यादा योगदान करने वालों में से एक रहा है और भारत ने संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में 1,80,000 सैनिक मुहैया कराए हैं। यह संख्या किसी भी अन्य देश से ज्यादा है।उन्होंने कहा, हमें अपने शांतिरक्षक बलों पर गर्व है जो मुश्किल परिस्थिति में शांति सुनिश्चित करने के लिए दुनिया भर में फैले हुए हैं। मैं उन सब बहादुर पुरूषों और महिलाओं को श्रद्धांजलि अर्पित करूंगा जिन्होंने शांति के लिए अपने जीवन का बलिदान कर दिया। और मैं इस बात पर अपने विचार साझा करने को उत्सुक हूं कि किस प्रकार शांति को अधिक प्रभावी बनाया जाए। इस साल, भारत न्यूयार्क में समूह.4 के एक सम्मेलन की मेजबानी करेगा। इस सम्मेलन का मुख्य एजेंडा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, सुधारों के संबंध में विचार विमर्श को तेज करने के लिए संयुक्त राष्ट्र की 70वीं वषर्गांठ का अवसर उचित मौका होगा। हाल ही में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 20 साल से भी ज्यादा समय के बाद अंतत: एक दस्तावेज को स्वीकार किया जो इस संबंध में औपचारिक विचार का आधार होगा। मोदी ने कहा कि यात्रा के दौरान वह कई देशों के नेताओं से भेंट करेंगे। वह वित्तीय क्षेत्र की कंपनियों के साथ ही शीर्ष निवेशकों से भी मिलेंगे। यात्रा के दौरान एक रात्रिभोज भी होगा जिसमें फार्चून-500 की प्रमुख कंपनियों मौजूद होंगी और भारत में निवेश अवसरों पर चर्चा होगी।
उन्होंने कहा, हम पिछले वर्ष से अमेरिका के कई प्रमुख उद्योगपतियों से बातचीत कर रहे हैं और नतीजे उत्साहवर्धक रहे हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिकी यात्रा के दौरान वह 26 अैर 27 सितंबर को ‘वेस्ट कोस्ट’ की यात्रा करेंगे। करीब 33 साल के अंतराल के बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री वेस्ट कोस्ट की यात्रा करेंगे जो ‘स्टार्ट-अप, नवाचार और प्रौद्योगिकी’ का केंद्र है। मोदी फेसबुक के सीईओ मार्क जुकेरबर्ग के आमंत्रण पर कंपनी के मुख्यालय भी जाएंगे।
उन्होंने कहा, हम कुछ वैश्विक मुद्दों और भारत से जुड़े मुद्दों, खासकर अर्थव्यवस्था और समाज से जुड़े मसलों, पर विचार विमर्श करेंगे। यह टाउनहाल है और आपको मिस नहीं करना चाहिए। वह गूगल परिसर और टेस्ला मोटर्स का भी दौरा करेंगे। उन्होंने कहा कि वह गूगल परिसर और टेस्ला मोटर्स में कुछ हालिया तकनीकी नवोन्मेष भी देखेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, एक कार्यक्रम जिसको लेकर मैं उत्सुक हूं, वह इंडिया-यूएस स्टार्ट-अप कनेक्ट है। इस कार्यक्रम में भारतीय स्टार्ट-अप का एक समूह अपने नवोन्मेष का प्रदर्शन करेगा और अमेरिका के उन्नत उद्योग के साथ गठबंधन करेगा। उन्होंने कहा कि भारत विभिन्न क्षेत्रों में स्टार्ट-अप के एक केंद्र के रूप में उभर रहा है और हम इसे और आगे ले जाना चाहते हैं। हम चाहते हैं कि दुनिया इस क्षेत्र में हमारी क्षमताओं को देखे। वह 27 सितंबर को सैन जोस में भारतीय समुदाय के साथ संवाद करेंगे। उन्होंने कहा, भारतीय प्रवासी लोगों ने भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।