देश में नवंबर के बाद से पेट्रोल डीजल की कीमतें स्थिर बनी. लेकिन बता दे कि एक बार फिर से पेट्रोल डीजल की कीमतें बढ़ सकती है.अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मानक ब्रेंट क्रूड (कच्चा तेल) 85 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंचने के साथ सात साल के उच्च स्तर पर पहुंच गया है.
विशेषज्ञों का मानना है कि इसका असर जल्दी देश पर देखने लगेगा और देश में ही पेट्रोल डीजल की कीमतें बढ़ जाएंगे.अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई ऐसी घटनाएं होती है जिससे कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिलता है. अमेरिका में आए तूफान से वहां के कच्चे तेल की कीमतों में इजाफा देखने को मिला है.
चीन की अर्थव्यवस्था में तेजी से सुधार हो रहा है जिससे तेल की मांग भी अब तेजी से बढ़ने की उम्मीद है. इन सब घटनाओं के कारण एक बार फिर से कच्चे तेल के भाव में उछाल देखने को मिल सकता है.संयुक्त अरब अमीरात में एयरपोर्ट पर ड्रोन हमला हुआ जिससे एक नया संकट खड़ा हो गया.
इस हमले के बाद कच्चे तेल के उत्पादन का प्रभावित होना संभव है.वहीं बाजार जानकारों का कहना है कि इन घटनाओं का वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल के उत्पादन और मांग पर असर पड़ेगा जिससे उसकी कीमतों में उछाल आना तय है।
विशेषज्ञों का कहना है कि दुनिया के दूसरे सबसे बड़े तेल आयातक होने की वजह से भारत के लिए कच्चे तेल के दाम में तेजी एक बड़ी चुनौती है।आईआईएफएल सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने जानकारी दिया कि आने वाले समय में ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमतों में भारी उछाल देखने को मिल सकती है.
इसका असर भारत में भी देखने को मिलेगा और पेट्रोल डीजल की कीमत में 2 से 3 रूपये की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है. नवंबर के बाद से पेट्रोल डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को नहीं मिली लेकिन एक बार फिर से इसकी कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है.