बैंकों में अपने खाते में 500, और 1000 के नोट जमा करने के लिए भारी भीड़ उमड़ रही है.गुरुवार को बैंक खुलते ही पुराने नोट जमा करने के लिए लंबी-लंबी लाइनें लग गईं. इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.बाजार में 500 और 1000 रुपये के नोटों का चलन बंद होने के बाद बैंक बुधवार को बंद रहे और गुरुवार को लोग सुबह से ही बैंकों में जुटने शुरू हो गए थे. सभी बैंक शाखा के खुलने के साथ ही लोग बैंकों में पहुंच गए और खाते में नोट जमा कराने की होड़ लग गई.
बैंकों और डाकघरों में नए नोट मिलने शुरू हो गए हैं. लोंगों की सुविधा के लिए बैंकों को इस सप्ताहांत यानि शनिवार और रविवार को भी खुला रखने घोषणा की गई है.बैंकों से कहा गया है कि वे शनिवार और रविवार पूरे दिन अपनी शाखाएं खुली रखें ताकि लोगों को पुराने नोट जमा कराने में दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़े. इसके अलावा कई बैंकों ने दोनों दिन 12 घंटे तक अपना कामकाज जारी रखने का फैसला किया है.
इसके अलावा 11 नवंबर की मध्यरात्रि तक मेट्रो रेल, राजमार्गों पर टोल के भुगतान, डॉक्टरों के पर्चे पर सरकारी और निजी दवा की दुकानों से दवाओं की खरीद, रेलवे कैटरिंग, पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के नियंत्रण में चलने वाले स्मारकों के टिकट और एलपीजी गैस सिलेंडर बुकिंग केंद्रों पर भी पुराने नोटों को स्वीकार किया जाएगा.
सरकार ने इससे पहले सरकारी अस्पतालों, रेलवे टिकट खिड़कियों, सार्वजनिक परिवहन, हवाईअड्डों पर टिकट काउंटर, दूध केंद्रों, श्मशान एवं कब्रिस्तान और पेट्रोल पंपों पर पाबंदी शुरू होने से 72 घंटे तक पुराने नोटों को स्वीकार किए जाने की अनुमति दी थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काले धन, जाली मुद्रा और आतंकवादियों के वित्तपोषण के खिलाफ कार्रवाई के तहत पुराने 500 और 1000 रुपये के नोट बंद करने की मंगलवार को घोषणा की. यह पाबंदी मंगलवार आधी रात से लागू हो गई है और इससे इस समय चलन में 86 प्रतिशत नोट बाहर हो जाएंगे.