इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे में गुरूवार को दोपहर कुछ विमानों में बम रखे होने की अफवाह फैलने से दो उड़ानों को तत्काल रोकना पड़ा.अधिकारियों ने कहा कि दो विमानों- रॉयल नेपाल एयरलाइंस (दिल्ली-काठमांडो) और एयर इंडिया (दिल्ली-भुवनेश्वर) के यात्रियों को उतारकर विमान को अलग स्थान पर ले जाया गया, जहां सुरक्षा एजेंसियों ने इसकी जांच की. हवाईअड्डे के नियंत्रण कक्ष में सुबह 10 बजे बम की सूचना देने वाला फोन कॉल आया था.
काठमांडो जाने वाले विमान (आरए-206) में 155 यात्री और चालक दल के नौ सदस्य थे. ओडिशा की राजधानी भुवनेर जाने वाले विमान (एआई-075) में 178 यात्री और चालक दल के सात सदस्य थे.विमानों के यात्रियों और उनके सामान की दोबारा जांच की गई और आईजीआई हवाईअड्डे की बम खतरा आकलन समिति (बीटीएसी) स्थिति की निगरानी कर रही है.अधिकारियों ने बताया कि सीआईएसएफ और दिल्ली पुलिस के सुरक्षाकर्मियों ने बम निरोधी दस्तों के साथ दोनों विमानों को घेर लिया.
उन्होंने कहा कि हवाईअड्डा नियंत्रण कक्ष को फोन आया था, जिसमें एक व्यक्ति ने खुद को ‘सीबीआई अधिकारी’ अभिषेक सिंह बताते हुए कहा था कि नेपाल जाने वाले विमान में एक ‘टाइम बम’ है और एयरइंडिया के विमान को निशाना बनाने के लिए टर्मिनल क्षेत्र में कुछ ‘हरकत’ हुई है.अधिकारियों ने कहा कि एजेंसियां फोन करने वाले नंबर का पता लगाने और जहां से हवाईअड्डा कॉल सेंटर को यह फोन कॉल किया गया, उस इलाके का पता लगाने की कोशिश कर रही हैं.
उन्होंने कहा कि दो विमानों की जांच की जा रही है. प्रारंभिक रिपोर्ट’ में कहा गया कि एयर इंडिया के विमान से चार सांसदों ने यात्रा करनी थी.फर्जी कॉलों के बारे में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल प्रमुख सुरेंद्र सिंह ने कहा था कि जिन हवाईअड्डों पर सीआईएसएफ तैनात है, वहां पिछले साल ऐसी 44 फोन कॉलें आई थीं. इस साल मार्च की शुरूआत तक ऐसी 16 कॉलें आई’.