नक्सली बंद के दौरान मंगलवार की रात 8.40 बजे माओवादियों ने विस्फोट कर रेलवे ट्रैक उड़ा दिया। इससे बरकाकाना से पटना जा रही पलामू एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। ट्रेन का इंजन और तीन बोगियां पटरी से उतर गए। हालांकि, सभी यात्री सुरक्षित हैं। किसी को चोट नहीं आई है। घटनास्थल पर राहत के लिए पहुंचे 35 लोगों को नक्सलियों ने बंधक बना लिया है।घटना लातेहार के छिपादोहर व बरवाडीह के बीच पोल संख्या 252/3 में बैरा गांव के पास घटी। हादसे की सूचना मिलने के बाद बरवाडीह स्टेशन से आरपीएफ और रेलवे अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। इधर, घटना की जानकारी मिलते ही बरकाकाना और बरवाडीह स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई। यात्रियों के परिजनों ने स्टेशन पहुंचकर जानकारी ली। देर रात 10 बजे सूचना मिली कि पोल संख्या 252/3 के पास एक आैर जबरदस्त विस्फोट हुआ है। हालांकि, जान-माल की क्षति की कोई सूचना नहीं मिल सकी है।
अंबाकोठी, लातेहार के निवासी यात्री रवींद्र कुमार सिंह ने बताया कि ट्रेन चालक शिव कुमार, सह चालक जीडी प्रसाद, गार्ड विनोद प्रसाद की सूझबूझ के कारण बड़ा हादसा टल गया। ट्रेन जैसे ही बैरा गांव के पास पहुंची, जोरदार धमाका हुआ। इसके बाद ड्राइवर ने होशियारी दिखाते हुए ट्रेन रोक दी।विस्फोट की सूचना मिलते ही रांची-दिल्ली गरीबरथ को लातेहार और टाटा-हटिया जम्मूतवी एक्सप्रेस को टोरी स्टेशन पर रोक दिया गया। बाद में रांची-दिल्ली गरीबरथ एक्सप्रेस को बरकाकाना, मूरी, बोकारो और गया होकर दिल्ली के लिए रवाना किया गया। जम्मूतवी एक्सप्रेस को भी डायवर्ट किया गया है। जबकि बनारस से संबलपुर जाने वाली ट्रेन फंसी हुई है।
बंधक बने बरवाडीह स्टेशन प्रबंधक टी. मुर्मू ने भास्कर को बताया, “मैं 35 लोगों की टीम के साथ रात 11.20 बजे बरवाडीह से एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन (एआरटी) लेकर घटनास्थल के लिए रवाना हुआ। करीब बीस मिनट बाद घटनास्थल से लगभग तीन किलोमीटर पहले पोल संख्या 256/4 के पास टॉर्च की रोशनी हिलती हुई दिखाई दी। रोशनी पटरियों और उसके आसपास दिखाई पड़ रही थी। ट्रेन रोकी तो करीब 30-35 नक्सली आ गए। ऊपर चढ़े और धमकी दी ट्रेन हमारे कब्जे में है। आगे-पीछे किया तो सबको गोली मार देंगे।”