पठानकोट मामले में जैश-ए-मोहम्मद की भूमिका को लेकर भारत द्वारा दिए गए सबूतों पर पाकिस्तान से आया संयुक्त जांच दल दो दिन के मंथन के बाद भी उंगली नहीं उठा पाया है.इस हमले को अंजाम देने के लिए हथियार और बारूद भी पाकिस्तान से ही लाए गए थे. बृहस्पतिवार को इस मामले में गवाह के तौर पर सलविंदर की पेशी हो सकती है.
सूत्रों के अनुसार, पठानकोट हमले के मामले में पाक परस्त आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की भूमिका के संबंध में कई सबूत पाक के संयुक्त जांच दल को दिए गए. इन सबूतों पर जांच दल दो दिन के गहरे मंथन के बाद भी उंगली उठाने की हिम्मत नहीं जुटा पाया है. सूत्रों के अनुसार, अब तक दिए गए सारे सबूतों को फिलहाल पाक जांच दल ने सही माना है, यह अलग बात है कि पाक जाने के बाद उनके सुर बदल जाए.
भारत ने इस बात के भी सबूत दिए हैं कि मारे गए चारों आतंकियों का प्रशिक्षण पाकिस्तान में हुआ था. यही नहीं, भारत ने पाक जांच दल को इस बात के भी सबूत दिए हैं कि इन लोगों का प्रशिक्षण कहां कहां हुआ है और किस किस रूट से भारत में ये घुसे. सूत्रों के अनुसार, पाक जांच दल ने भी आतंकी किस रूट से घुसे होंगे, इसको लेकर कुछ सबूत दिए हैं.
यानी पाक दल यह स्वीकार कर रहा है कि आतंकी हमला पाक परस्त आतंकी संगठन जैश ने किया है.भारतीय जांच दल ने इस बात के सबूत भी दिए हैं कि आतंकवादियों के पास जो हथियार और बारूद थे, वे सब पाकिस्तान से लाए गए थे. भारत में उन्हें कोई लाजिस्टिक सहायता नहीं मिली थी.