म्यांमार में जारी हिंसा का शिकार वहां रहने वाले हिंदुओं को भी होना पड़ा रहा है. बताया जाता है कि म्यांमार में रहने वाले कम से कम 86 हिंदुओं की इस हिंसा में मौत हो गई है जबकि 200 हिंदू परिवारों को बर्मीज आर्मी और अराकान रोहिंग्या सालवेशन आर्मी के हमलों से जान बचाने के लिए जंगलों में भागना पड़ा है.
हिंदुओं पर होने वाले इस अत्याचार को लेकर ऑल इंडिया मसलिस ए मुस्लमीन यानी एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र सरकार पर तंज कसा है. ओवैसी ने इस खबर का लिंक शेयर करते हुए ट्वीट किया. उन्होंने गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू को टैग करते हुए लिखा है कि कृपया कम से कम इन 200 परिवारों को तो भारत ले आएं.
उन्होंने इसके बाद सवालिया निशान लगाते हुए लिखा है- दया.गौरतलब है कि म्यांमार में हिंदुओं के मारे जाने की ये खबर अंग्रेजी अखबार टेलीग्राफ ने छापी है. खबर के अनुसार, म्यांमार से बांग्लादेश आते हुए भी कई लोग हिंसा का शिकार हुए थे. वहीं कहा जा रहा है कि पिछले दो हफ्तों में करीब 3 लाख रोहिंग्या मुस्लिम बांग्लादेश में घुस चुके हैं.
बता दें कि गृह मंत्रालय के मुताबिक, वैध तौर पर 14 हजार से ज्यादा रोहिंग्या शरणार्थी भारत में रह रहे हैं. जबकि 40 हजार से ज्यादा ऐसे हैं, जो अवैध रूप से शरण लिए हुए हैं. ये भी बता दें कि भारत सरकार ने अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या मुसलमानों को म्यांमार वापस भेजने का फैसला किया है.