बंगाल में 81 प्रतिशत और असम में 75 फीसदी वोट पड़े

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असम और पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पहले चरण में मतदान शांतिपूर्ण रहा और दोनों राज्यों में क्रमश 75 प्रतिशत और 81 प्रतिशत से अधिक वोट पड़े.निर्वाचन आयोग के अनुसार पहले चरण के मतदान में दोनों राज्यों में मतदाताओ ने काफी उत्साह दिखाया और मतदान प्रक्रिया में दिनभर तेजी देखने को मिली.निर्वाचन अधिकारियों के मुताबिक मतदान का समय  खत्म होने के बाद भी मतदान केंद्रों पर लोगों की कतार खड़ी है, जिसके कारण  मतदान प्रतिशत और बढ़ने की उम्मीद है.

आयोग के वरिष्ठ अधिकारी संदीप सक्सेना ने यहां बताया कि मतदान कुल मिलाकर शांतिपूर्ण रहा और कहीं से किसी अप्रिय घटना की अब तक कोई सूचना नहीं मिली है.उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में शाम पांच बजे तक 81प्रतिशत तथा असम में 75 प्रतिशत से अधिक मतदान दर्ज किया गया. उन्होंने कहा कि अभी पूरे आंकडे नहीं मिले हैं और दोनों राज्यों में मतदान का प्रतिशत बढने की संभावना है.

      

गुवाहाटी से मिली जानकारी के अनुसार कुछ क्षेाों में  छिटपुट घटनाओं और ईवीएम मशीनों में मामूली गडबडियों को छोडकर मतदान सुचारु रूप से संपन्न हुआ है. राज्य में आज 65 सीटों के लिए मतदान कराया गया था.कोलकाता से मिली जानकारी में कहा गया है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के पहले चरण में 18 विधानसभा क्षेत्रों में वोट डाले गए.आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सुबह सात बजे पश्चिम मेदिनीपुर,बांकुरा और पुरुलिया जिले के कुछ हिस्सों में शुरू हुआ मतदान शाम पांच बजे शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ और कहीं से भी किसी बड़ी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली .

हांलाकि वाम मोच्रे और कांग्रेस गठबंधन ने बांकुरा और पश्चिमी मेदिनीपुर जिलों में कई मतदान केंद्रों पर फर्जी मतदान किये जाने का आरोप लगाया है. मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने दो मतदान केंद्रों पर कब्जा किये जाने का आरोप लगाया है लेकिन जिलाधिकारी ने इसका खंडन किया है.   चुनाव आयोग के मुताबिक उन्हें विभिन्न अनियमितताओं की लगभग 500 शिकायतें मिली हैं.

रानी बांध विधानसभा क्षेत्र में दो मतदान केंद्रों पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में गड़बड़ी के कारण मतदान स्थगित करना पड़ा हालांकि वोटिंग मशीनें बदली जाने के बाद मतदान फिर शुरू हो गया. चुनाव आयोग ने पहले चरण के 4945 मतदान केंद्रों में से 1962 को संवेदनशील घोषित किया है जबकि 562 मतदान केंद्रों पर वोटर वेरिफाएबल ऑडिट ट्रेल्स किया गया .

सुबह से ही मतदान केंद्रों पर बड़ी संख्या में मतदाता जुटने लगे थे जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हैं.  इस चरण में नयाग्राम (अनुसूचित जनजाति), गोपीबल्लभपुर, झारग्राम, सालबोनी, मेदिनीपुर, बिनपुर (अनुसूचित जनजाति), बंदवान (अनुसूचित जनजाति), बलरामपुर, बाघमंडी, जॉयपुर, पुरुलिया, मानबाजार (अनुसूचित जनजाति), काशीपुर, पारा (अनुसूचित जनजाति), रघुनाथपुर (अनुसूचित जनजाति), रानीबांध (अनुसूचित जनजाति), रायपुर (अनुसूचित जनजाति) एवं टालडांगरा सीटों पर वोट ड़ाले जा रहे हैं. 

इस चरण में 19 लाख 57 हजार 453 महिलाओं समेत कुल 40 लाख नौ हजार 171 मतदाता 133 उम्मीदवारों के चुनावी भाज्ञ का फैसला किया. इस चरण के लिए तृणमूल कांग्रेस, मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी एवं कांग्रेस गठबंधन, भारतीय जनता पार्टी आदि समेत सभी प्रमुख दलों ने सभी 18 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं.उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में कुल 294 विधानसभा सीटें हैं. इन सीटों के लिए छह चरणों में मतदान होगा.नक्सल प्रभावित जंगलमहल की 40 में से 22 सीटों पर पहले चरण के दूसरे भाग में 11 अप्रैल को मतदान होना है. अंतिम चरण का मतदान पाँच मई को होगा.

जिन उम्मीदवारों का भाग्य आज इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में कैद हो गया उनमें मुख्यमंत्री तरुण गोगोई, भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार सर्वानंद सोनोवाल, असम गण परिषद के अध्यक्ष अतुल बोरा और कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन सिंह घटोवर प्रमुख हैं. श्री गोगोई ने सुबह अपनी पत्नी डॉली और बेटे एवं सांसद गौरव गोगोई के साथ मतदान किया. 

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण रहा. कुछ मतदान केंद्रों पर ईवीएम में गड़बड़ी के कारण मतदान बाधित हुआ लेकिन कुछ समय बाद गड़बड़ी ठीक कर ली गयी. दोपहर बाद तीन बजे तक 65 फीसदी मतदान हुआ था. मतदान के लिये कुल 12190 मतदान केंद्र बनाये गये थे. मतदान केंद्रों पर लोग मतदान शुरु होने से पहले ही कतारों में खड़े हो गये थे.       

पहले चरण में 95 लाख से अधिक मतदाता 65 विधानसभा सीटों पर 539 प्रत्याशियों के चुनावी भाग्य का फैसला करेंगे. चुनाव मैदान में 43 महिला उम्मीदवार भी खड़ी है. यहां सत्तारूढ़ कांग्रेस, बीजेपी-असम गण परिषद-बीपीएफ गठबंधन और एआईयूडीएफ के बीच में कड़ा मुकाबला है.राज्य में 3739 मतदान केंद्रों को संवेदनशील घोषित किया गया है जिनमें से 1992 अति संवेदनशील, 1241 को गंभीर और 999 मतदान केंद्र ऐसे क्षेत्रों में हैं जहां मोबाइल अथवा किसी तरह के फोन की सुविधा नहीं है. शांतिपूर्ण मतदान संपन्न कराने के लिये अर्धसैनिक बलों की कुल 535 कंपनियों को तैनात किया गया है.     

कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष अंजन दत्ता ने भी आज मतदान किया. उनकी पुी अमगुरी विधानसभा क्षेा से चुनाव लड़ रही है.चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुसार पहले चरण में 134 आदर्श मतदान केन्द्र बनाये गये है जबकि अन्य 78 मतदान केन्द्र ऐसे बनाये गये है जिनमें सभी मतदान अधिकारी महिलाएं है.इस चुनाव में महत्वपूर्ण उम्मीदवारों में मुख्यमंत्री पद के दो उम्मीदवार भी शामिल है. भारतीय जनता पार्टी ने क्षेीय पार्टियों असम गण परिषद और बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट से गठबंधन किया है और केन्द्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल को मुख्यमंत्री पद को उम्मीदवार बनाया है.

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