उत्तर प्रदेश बजट सत्र के पहले दिन ही राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का अभिभाषण बड़े हंगामे की भेंट चढ़ गया। समाजवादी पार्टी के साथ बहुजन समाज पार्टी तथा कांग्रेस के नेताओं ने राज्यपाल के सामने प्रदर्शन किया और फिर सदन से वॉक आउट कर दिया।
इस दौरान सपा कार्यकर्ताओं ने किसानों की समस्याओं, महंगाई और पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों को लेकर जबरदस्त हंगामा किया और नारेबाजी की। राज्यपाल अभिभाषण पढ़ती रहीं और सपाई हंगामा करते रहे। इन सबके बीच राज्यपाल ने अपना अभिभाषण जारी रखा।
हंगामे के बीच राज्यपाल ने अभिभाषण के दौरान कहा कि कोरोना काल में सरकार ने अच्छा काम किया है। इसको लेकर देश भर में प्रदेश सरकार की प्रशंसा की गई है। यहां हर जिले में आईसीयू की स्थापना हुई। प्रदेश मे एक्सप्रेस-वे तेजी से बनाए जा रहे हैं।
नोएडा के जेवर में एशिया से सबसे बड़े एयरपोर्ट का निर्माण हो रहा है। प्रदेश में तय समय पर गेहूं व धान की सरकारी खरीद हुई है। इसके साथ ही बड़े पैमाने पर पुलिस में भर्तियां हुई। शिक्षकों की भर्ती भी रिकॉर्ड संख्या में हुई है।
इसके पहले सुबह विधानभवन के बाहर ही सपा व कांग्रेस के नेताओं ने महंगाई, किसानों व पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों को लेकर प्रदर्शन किया। सपा नेताओं ने विधानसभा में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास बैठकर महंगाई और किसानों की समस्याओं को लेकर यूपी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
सपा कार्यकर्ता सदन के पहले दिन ट्रैक्टर से विधान भवन पहुंचे। वो ट्रैक्टर परिसर के अंदर ले जाना चाहते थे लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोक दिया। जिसके बाद सपा कार्यकर्ता चैधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास जाकर बैठ गए।
इस दौरान लगातार नारेबाजी होती रही।वहीं, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के सदन पहुंचने पर उन्हें गार्ड आफ ऑनर दिया गया। उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित मौजूद थे।