कश्मीर घाटी में हिंसक प्रदर्शनों के बाद बोले राजनाथ सिंह

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केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कश्मीर घाटी में हिंसक प्रदर्शनों के पीछे निहित स्वार्थी ताकतों का हाथ होने का आरोप लगाते हुए उनमें शामिल युवकों से शांति बहाल करने की अपील करते हुए कहा है कि कश्मीर और कश्मीरियों की सभी समस्याओं का समाधान बातचीत से ही निकल सकता है.

सिंह ने शनिवार को लखनऊ विश्वविद्यालय में छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद मौजूद छात्र छात्राओं और शिक्षकों को संबोधित करते हुए किसी देश का नाम लिए बिना कहा कुछ निहित स्वार्थी तत्व अपने नापाक मकसद को पूरा करने के लिए कश्मीर में निर्दोष बच्चों और युवकों के हाथ में पत्थर थमा रहे है.क्या वे उनके भविष्य के साथ खिलवाड नहीं कर रहे.मैं आगाह करना चाहता हूं कि हम इन नापाक ताकतों के मनसूबे पूरे नहीं होने देंगे.

उन्होंने कहा कौन माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे पढाई लिखाई छोडकर पत्थर उठाये..मगर कुछ निहित स्वार्थी लोग उनके हाथ में कलम  किताब और कम्प्यूटर की जगह पर पत्थर थमा रहे हैं.गृह मंत्री ने कहा हिंसक प्रदर्शनों से किसी भी समस्या का समाधान संभव नहीं है.वे बच्चे निर्दोष हैं और भारत के नागरिक है.समस्या का समाधान बातचीत से ही हो सकता है.कश्मीर के लोग शांति व्यवस्था बहाल करें.वे हमारे अपने लोग है हम उनके साथ उनकी हर समस्या के समाधान के लिए बातचीत करेंगे.

उन्होंने कहा कि भारत के लोगों को कश्मीर की जमीन से ही नहीं वहां रहने वाले लोगों से भी मोहब्बत है. साथ ही यह भी कहा मैं देश भर के शिक्षण संस्थानों और विश्वविद्यालयों में पढने वाले छात्र-छात्राओं से अपील करना चाहता हूं कि वे उनके साथ पढने वाले कश्मीरी छात्र-छात्राओं को अपना भाई बहन समझे.उनके साथ किसी भी तरह का भेदभाव न होने पाये और उन्हें पूरा सम्मान और प्यार मिले.

सिंह ने कश्मीर घाटी में हिंसक प्रदर्शनों में शामिल लोगों से हिंसा का रास्ता छोडकर शांति और व्यवस्था बहाल करने की अपील करते हुए कहा कि जब वहा कोई युवक घायल होता है अथवा मरता है तो भी हमें उतनी ही पीडा होती है  जितना सुरक्षाकर्मियों और जवानों की मौत पर होती है.गृह मंत्री ने यह भी कहा कश्मीर के लोगों को यह नहीं भुलना चाहिए कि सेना के उन्हीं जवानों ने कुछ वर्षों पहले कश्मीर में आयी विनाशकारी बाढ में अपनी जान पर खेलकर उनकी जिंदगियां बचाई थी.

उनके लिए फरिश्ता बन कर सामने आये थे.यह कहते हुए कि भारत एक है और एक रहेगा, दुनिया की कोई भी ताकत इसे तोड नहीं सकती  सिंह ने मौजूदा राजनीति के र्ढे पर भी चिंता जतायी है.उन्होंने कहा कि राजनीति का लक्ष्य समाज और देश को सुख  समृद्वि की ओर ले जाना है  केवल सत्ता प्राप्त करना इसका लक्ष्य नहीं होना चाहिए  मगर दुर्भाग्य से आज जाति  मजहब और साम्प्रदाय में लोगों को बांट कर राजनीति हो रही है.

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