आरबीआई द्वारा प्रवासी भारतीयों के लिए पुराने नोट बदलने की समय सीमा 30 जून तक बढ़ा दिए जाने से संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में रहने वाले प्रवासी भारतीयों ने राहत की सांस ली.यह बात सोमवार को मीडिया को बताई गई. आरबीआई ने शनिवार को कहा कि यह सुविधा केवल उन लोगों के लिए है जो 9 नवंबर से 30 दिसंबर तक भारत में नहीं थे.
इस अवधि के दौरान प्रवासी भारतीयों के अलावा विदेशों में रहने वाले भारतीय नागरिक भी 2 जनवरी से 31 मार्च, 2017 तक इस सुविधा का लाभ ले सकते हैं.यहां एक विद्युत ड्राफ्ट्समैन के रूप में काम करने वाले मुल्तजिम एसएच ने अखबार खलीज टाइम्स से कहा मैं अब राहत महसूस करता हूं.
अमान्य पुराने नोटों में मेरे पास 7500 रुपये हैं और मेरी वार्षिक छुट्टी मई महीने से शुरू होगी. अब मुझको इस राशि को खोने की जरूरत नहीं है जो, मेरे लिए एक बड़ी संख्या है.उन्होंने आगे कहा हालांकि सरकार और भारतीय रिजर्व को इस आशय की घोषणा गत 8 नवंबर को ही करनी चाहिए थी, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी जैसी बड़ी घोषणा की थी.
एक अन्य प्रवासी सचिन हुकुमचंद चोरडिया ने सरकार की हाल की पहल को नए साल का तोहफा बताया.प्रवासी भारतीय नजीर अहमद ने कहा कि यह कदम वेंटिलेटर के सहारे सांस ले रहे लोगों के लिए अतिरिक्त ऑक्सीजन के समान है.यह सुविधा आरबीआई के नई दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, चेन्नई और नागपुर कार्यालयों में उपलब्ध होगी.हालांकि नेपाल, भूटान, पाकिस्तान और बांग्लादेश में रहने वाले भारतीय नागरिक इस सुविधा का लाभ नहीं उठा सकते.