अब हेनले पासपोर्ट इंडेक्स ने अपनी नई रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय पासपोर्ट की रैंकिंग 199 देशों की सूची में 90वें स्थान से प्रमोट होकर 83वें स्थान तक पहुंच गई है. यानी कि भारत के पासपोर्ट की ताकत पहले से ज्यादा बढ़ गई है.
अब आप भारतीय पासपोर्ट दिखाकर बिना वीजा के 60 देशों की यात्रा कर सकते हैं. भारत के पासपोर्ट ने इस बार रैकिंग में 7 अंकों की उछाल भरी है और 83वें स्थान पर पहुंचा है. हालांकि वर्ष 2020 में भारत के पासपोर्ट की रैंकिंग 84 थी, जो बाद में घटकर 90 पर पहुंच गई थी.
वहीं वर्ष 2016 में भारत का स्थान माली और उज्बेकिस्तान के साथ 85वें नंबर पर था.हेनले की इस लिस्ट में सबसे ताकतवर पासपोर्ट सिंगापुर और जापान का आंका गया है. इनमें से किसी भी एक देश का पासपोर्ट दिखाकर आप दुनिया के 192 देशों में बिना वीजा के घूम सकते हैं.
इस रैंकिंग में दूसरे स्थान पर जर्मनी और दक्षिण कोरिया को रखा गया है. इन देशों का पासपोर्ट रखने वाले लोग 190 देशों में बिना वीजा के जा सकते हैं. वहीं फिनलैंड, इटली, लक्जमबर्ग और स्पेन इंडेक्स में तीसरे स्थान पर आए हैं. जबकि यूएस और यूके छठे स्थान पर आए हैं.
पासपोर्ट इंडेक्स की इस सूची में सबसे निचला स्थान अफगानिस्तान का आया है. बताते चलें कि हेनले पासपोर्ट इंडेक्स में रैंकिंग इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के आंकड़ों के आधार पर तय की जाती है.
विभिन्न देशों की इमिग्रेशन पॉलिसी की स्टडी करके IATA बताती है कि किस देश का पासपोर्ट कितने देशों में बिना वीजा के अनुमन्य किया गया है. इसके बाद पासपोर्ट की रैंकिंग तय करने का काम किया जाता है. पासपोर्ट की ताकत का अंदाजा भी इससे लगाया जाता है कि बिना वीजा दुनिया के कितने देशों की यात्रा कर सकते हैं.