हार्दिक पटेल के खिलाफ दो साल पहले हुए आंदोलन में हिंसा के मामले में गैर जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है। उन्हें इस मामले में जमानत मिली थी। लेकिन, वो पिछली तीन सुनवाई के दौरान कोर्ट में पेश नहीं हुए थे। दूसरी तरफ, अहमदाबाद के एक फाइव स्टार होटल में राहुल गांधी से हार्दिक की कथित मुलाकात से जुड़ा एक सीसीटीवी वीडियो वायरल हो रहा है।
पटेल ने कहा है कि वो फुटेज के लीक होने के मामले में होटल और एक पुलिस अफसर के खिलाफ केस दर्ज कराएंगे।23 जुलाई 2015 को विसनगर में पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति (पास) की एक रैली निकाली गई थी। आरोप है कि इस दौरान बीजेपी विधायक ऋषिकेश पटेल के आॅफिस में तोड़पोड़ करने के बाद उनकी कई गाड़ियों में आग लगा दी गई थी।
उन्हें गिरफ्तार किया गया। पिछले साल 11 जुलाई को उन्हें बेल भी दे दी गई थी।हार्दिक तीन पेशियों पर अदालत के सामने पेश नहीं हुए। बुधवार को कोर्ट ने पटेल और बाकी कुछ लोगों के खिलाफ गैर जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिए।अहमदाबाद के एक फाइल स्टार होटल में 23 अक्टूबर को राहुल गांधी से हार्दिक पटेल की कथित मुलाकात का सीसीटीवी फुटेज वायरल हो गया है।
अब बीजेपी इस मुलाकात पर सवाल उठा रही है।डिप्टी सीएम और बीजेपी के सीनियर लीडर नितिन पटेल ने कहा- हार्दिक राहुल से मुलाकात से इनकार कर रहे हैं। लेकिन, वीडियो फुटेज में साफ दिख रहा है कि वो होटल के रूम नंबर 224 में गए। राहुल से उनकी 55 मिनट बातचीत हुई। पहले जो फुटेज सामने आया था, उसमें वो होटल के पिछले दरवाजे से अंदर जाते और फिर बाहर निकलते नजर आए थे।
बीजेपी का दावा है कि राहुल इस होटल के रूम नंबर 224 में ही ठहरे थे। जबकि, कांग्रेस का दावा है कि हार्दिक की मुलाकात पार्टी के सीनियर लीडर अशोक गहलोत से हुई थी। गहलोत ने माना है कि हार्दिक उनसे मिलने आए थे। लेकिन, बीजेपी पूछ रही है कि हार्दिक राहुल से सौदेबाजी की बात लोगों को बताएं। राहुल गांधी 3 नवंबर को फिर गुजरात आ रहे हैं। हार्दिक कह चुके हैं कि वो राहुल से मिलने जरूर जाएंगे।
हार्दिक का कहना है कि वो कांग्रेस के गुजरात इंचार्ज अशोक गहलोत से मिले थे। बीजेपी उन्हें बदनाम करना चाहती है। पास नेता ने कहा कि वो बीजेपी की तानाशाही सरकार के खिलाफ कांग्रेस का समर्थन कर रहे हैं। लेकिन, बीजेपी उनकी जासूसी करा रही है।पटेल ने कहा कि वो उन्हें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। इसके लिए वो होटल और उस इलाके के थाना इंचार्ज के खिलाफ केस दर्ज कराएंगे। उन्होंने साफ किया कि वो कांग्रेस में शामिल नहीं होेंगे।