ग्रेटर नोएडा में रात करीब 10 बजे दो बहुमंजिला इमारतें ढह गईं। मलबे में 30 से ज्यादा लोगों के दबे होने की आशंका है। देर रात तक तीन शव निकाले जा चुके थे। जमींदोज दाेनों इमारतें छह मंजिला थींं। इनमें से एक निर्माणाधीन थी, जबकि दूसरी में कुछ परिवार रह रहे थे।
निर्माणाधीन इमारत में भी कुछ मजदूर अपने परिवार के साथ रह रहे थे। चश्मदीद के मुताबिक, निर्माणाधीन बिल्डिंग अचानक भरभरा कर गिर गई। इसके मलबे की चपेट में आने से दूसरी बिल्डिंग भी गिर गई।एनडीआरएफ, आईटीबीपी और जिला प्रशासन की टीम राहत-बचाव में जुटी हैं।
दबे लोगों को खोजने के लिए डॉग स्क्वॉड की मदद ली जा रही है। इस इलाके में संकरी गलियां होने की वजह से जेसीबी जैसी और दूसरे भारी उपकरणों को ले जाने में दिक्कत आई। इस वजह से रेस्क्यू धीमा चला।
एनडीआरएफ के 90 कर्मचारी और स्थानीय लाेग हाथों से मलबा हटाकर नीचे दबे लोगों को खोजते देखे गए।चश्मदीद पंकज ने बताया कि इनमें से एक बिल्डिंग में मंगलवार दोपहर ही एक परिवार शिफ्ट हुआ था। परिवार में 4-5 लोग थे। फ्लैट में शिफ्ट होने के 12 घंटे के भीतर ही सभी लोग मलबे में दब गए।
पंकज ने बताया कि जैसे ही दोनों बिल्डिंग गिरीं, तो उसके बाद ही आसपास के लोग पहुंचे, लेकिन किसी को बचाने के लिए मौका नहीं मिला। डीएम बीएन सिंह ने कहा कि मलबे में फंसे लोगों को निकालने में 6-12 घंटे का समय लग सकता है।