लोकसभा चुनाव से पहले किए गए सर्वे में किसी भी गठबंधन को बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है। एबीपी न्यूज-सी वोटर के सर्वे में एनडीए सबसे बड़ा गठबंधन बनकर उभर रहा है। सर्वे में भाजपा और सहयोगियों को 233, यूपीए को 167 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है।
अन्य दलों को इस सर्वे में 143 सीटें दी गई हैं। नतीजे सर्वे के मुताबिक रहे तो भाजपा को उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा नुकसान हो सकता है। यहां 80 में से सपा-बसपा गठबंधन 51 सीटें जीत सकता है। कांग्रेस को 4 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है।
2014 में भाजपा और उसकी सहयोगी अपना दल ने यहां 73 सीटें जीतीं थीं। इस बार भाजपा गठबंधन 25 सीटों तक सिमट सकता है।हाल ही में मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को हार मिली।
सर्वे के मुताबिक, इन तीन राज्यों की 65 लोकसभा सीटों में से भाजपा 46 सीटें जीत सकती है। कांग्रेस को 19 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। सीटों के लिहाज से भले ही भाजपा को बढ़त हो लेकिन 2014 के मुकाबले उसकी सीटें घट रही हैं।
पिछले लोकसभा चुनाव में उसे इन तीन राज्यों में 62 सीटें मिली थीं।सर्वे के मुताबिक, बंगाल में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस इस बार भी पिछली बार की तरह 34 सीटें जीत सकती है। 2014 में यहां दो सीटें जीतने वाली भाजपा का आंकड़ा 7 सीट तक जा सकता है जबकि एक सीट कांग्रेस के खाते में जा सकती है।
बंगाल में लेफ्ट की जमीन पूरी तरह खिसक सकती है।महाराष्ट्र में 2014 लोकसभा चुनाव में भाजपा-शिवसेना गठबंधन ने 41 सीटें जीती थीं। लेकिन, सर्वे के मुताबिक 2019 में यहां कांग्रेस-राकांपा गठबंधन भारी पड़ सकता है।
यूपीए को 28, जबकि एनडीए को 16 सीटें मिल सकती हैं। सर्वे के मुताबिक, आंध्र प्रदेश में जगन मोहन रेड्डी की पार्टी वाईएसआर कांग्रेस को 19 सीटें मिल रही हैं। तेलंगाना में के चंद्रशेखर राव को 16 और ओडिशा में नवीन पटनायक की बीजू जनता दल को 9 सीटें मिल सकती हैं।
ऐसे में तीनों पार्टियों की सीटें 44 हो जाती हैं। यूपीए से ज्यादा इनका झुकाव फिलहाल एनडीए की तरफ है। अगर ये दल एनडीए के साथ आते हैं तो एनडीए बहुमत का आंकड़ा पा लेगा।