नीतीश, लालू का बीजेपी पर हमला

lalu-and-nitish-kumar

नीतीश कुमार और राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने आगामी सितंबर-अक्तूबर में संभावित बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर गुरुवार को लोगों से एकजुट और सावधान रहने की अपील की। उन्होंने केंद्र की नीतियों के खिलाफ अति पिछड़ा वर्ग के एक सम्मेलन में मंच साझा किया और आरोप लगाया कि भाजपा उनके महागठबंधन में दरार डालने की कोशिश कर रही है।नीतीश ने कहा कि लोकसभा चुनाव की तरह बिहार विधानसभा के चुनाव में लोग झांसे में नहीं आएंगे। लोकसभा चुनाव में क्या-क्या नहीं कहा गया। हमलोग कितना भी लोगों को समझाते रहे कि गुजरात में बिहार की तरह अतिपिछड़ा वर्ग अलग से नहीं है। बिहार में जननायक दिवंगत कर्पूरी ठाकुर जी ने जो आरक्षण लागू किया उसमें अलग से पिछड़ा (एनेक्सचर एक) और अतिपिछडा वर्ग (एनेक्सचर दो) के लिए आरक्षण की व्यवस्था की गयी। एनेक्सचर एक और एनेक्सचर दो गुजरात में नहीं है। वहां अति पिछडा वर्ग है नहीं तो वहां इसकी बात कहां से हो रही है। इस बात के फैलाने से लोग झांसे में आ गए। अब धीरे-धीरे लोगों को एहसास होने लगा कि हमसे लोकसभा के चुनाव में चूक एवं भूल हुई है।

उन्होंने कहा कि हमने समाज में हाशिए पर पड़े हर तबके को सशक्त बनाने के लिए हरसंभव प्रयास किया। लालू जी ने अपने ढंग से किया और जब हमको मौका मिला तो हमने भी किया । हम बराबर कहते थे कि जबतक अति पिछडा वर्ग के लोग अलग-अलग जाति में बंटे रहेंगे तबतक उन्हें अपनी ताकत का एहसास नहीं होगा, इसलिए एकजुट होईए और अतिपिछडा वर्ग के रूप में संगठित रहिए। ऐसा होगा तो आपकी कोई उपेक्षा नहीं कर सकेगा और एक समय आएगा जब आप बिहार की राजनीति की धुरी बन जाएंगे और आपके इर्द-गिर्द बाकी लोग चक्कर काटेंगे।उन्होंने कहा कि समाज के उपेक्षित, गरीब तबके, अतिपिछडे, दलित और महादलित समाज के लोग जिनके बच्चे पोशाक के अभाव में स्कूल नहीं जा पाते थे, हमने उनके लिए पोशाक और साईकिल योजना की शुरूआत की ताकि वे पढ़कर आरक्षण का लाभ उठा सकें। नीतीश कुमार ने भाजपा पर समाज को तोडने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे धर्म एवं जाति के नाम पर लोगों को तोड़ते हैं और उनका चेहरा अब उजागर हो चुका है।

उन्होंने राजद प्रमुख लालू प्रसाद के साथ जाने पर भाजपा द्वारा फैलाये जा रहे भ्रम की चर्चा करते हुए कहा कि कभी वे कहते हैं लालू जी के साथ कैसे चले गए और कभी कहते हैं कि होर्डिग में उनका (नीतीश का) अकेले का फोटो क्यों है। सबको गुमराह करना और एक-दूसरे के प्रति शक का वातावरण बनाना उनका काम है। उन्होंने कहा कि हमने इस बात को भांप लिया था इसलिए हमने एकजुट होकर महागठबंधन की विधिवत घोषणा की और सीटों का तालमेल भी पूरा कर लिया। उन्होंने कहा कि एक संयुक्त कार्यक्रम के तहत आगामी 30 अगस्त को पटना के गांधी मैदान में स्वाभिमान रैली का आयोजन किया जाएगा।

नीतीश ने झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास द्वारा उनके खिलाफ और बिहार की वर्तमान सरकार को लेकर की गयी टिप्पणी की ओर इशारा करते हुए कहा कि बाहर के लोग यहां आकर कैसी-कैसी भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। उन्होंने झारखंड की वर्तमान सरकार को केंद्र की कठपुतली बताया और कहा कि वह सरकार दिल्ली से चल रही है। उन्होंने कहा कि झारखंड में अपराध बढ़ गया है और कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज ही नहीं बची है।

Check Also

आरबीआई ने सभी क्रेडिट सूचना कंपनियों को दिया एक आंतरिक लोकपाल नियुक्त करने का निर्देश

आरबीआई ने सभी क्रेडिट सूचना कंपनियों को 1 अप्रैल, 2023 तक एक आंतरिक लोकपाल नियुक्त करने …