बीजेपी ने नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) को एनडीए में शामिल होने का आमंत्रण दिया है. बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू के अध्यक्ष नीतीश कुमार बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को राज्यसभा का सदस्य चुने जाने पर बधाई देने उनके निवास 11 अकबर रोड गए. विधिवत रूप से नीतीश और अमित शाह की यह पहली मुलाकात थी.
नीतीश बीजेपी के समर्थन से मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार दिल्ली आये थे. इस दौरान उन्होंने वेंकैया नायडू के उपराष्ट्रपति पद के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी औपचारिक मुलाकात की. हालांकि प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि इस महीने के अंतिम सप्ताह में बिहार के विकास के एजेंडा पर उनकी प्रधानमंत्री के साथ बैठक होगी.
जेडीयू अगले हफ्ते पटना में आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बीजेपी के आमंत्रण पर सकारात्मक फैसला लेगी. लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में पार्टी कब शामिल होगी या नहीं.इस बीच नीतीश ने अब शरद के खिलाफ कार्रवाई करने का मन बना लिया है. शरद की बिहार यात्रा के बारे में पूछे जाने पर नीतीश का कहना था कि उनके आरोपों में कोई दम नहीं है और शरदजी अपना निर्णय लेने के लिए स्वंत्रत हैं और लोगों के बिच राय रखना चाहते हैं तो रखें.
इससे स्पष्ट है कि नीतीश फ़िलहाल अब शरद की किसी तरीके से मान मनौव्वल नहीं करना चाहते. दरअसल नीतीश इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि शरद के पीछे कुछ पूर्व सांसद या पूर्व विधायक हो सकते हैं लेकिन कोई वर्तमान विधायक शरद की मुहिम से नहीं जुड़ने वाला.
हालांकि शरद यादव और उनके समर्थकों की कोशिश होगी कि भले नीतीश निलंबन की कार्रवाई कर दें लेकिन सदस्यता कहीं से खतरे में न पड़े तो ज्यादा अच्छा.इस बीच शरद यादव के साथ अभी तक पूर्व विधायक रमई राम के अलावा पूर्व सांसद अर्जुन राय खुल कर सामने आएं हैं. हालांकि शरद जब अपने संसदीय क्षेत्र मधेपुरा जाएं तो कुछ और पूर्व विधयक जुड़ सकते हैं.