स्वामी प्रसाद मौर्य ने बोला मायावती पर हमला

swami-prasad-maurya-759

भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने बसपा मुखिया मायावती पर तीखा प्रहार करते हुए उन्हें दलितों के बजाय चुनाव के टिकट बेचने वाली भ्रष्टाचार की देवी’ करार दिया।सोमवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में पार्टी में शामिल होने के बाद पहली बार पार्टी प्रदेश कार्यालय पहुंचे मौर्य ने भाजपा कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि उन्होंने 20 साल तक बसपा की सेवा की, लेकिन हमेशा मायावती को केवल भ्रष्टाचार का सबक सीखते देखा।

उन्होंने कहा कि टिकट देते वक्त दान के नाम पर उम्मीदवारों से करोड़ों रूपये ऐंठने वाली मायावती खुद को दलितों की देवी कहती हैं। जिन कार्यकर्ताओं ने नि:स्वार्थ भाव से बसपा की सेवा की वे अब बंधुआ मजदूर की तरह काम करने और जिल्लत सहन करने को मजबूर हैं। मौर्य ने आरोप लगाया कि मायावती ने जिस तरह से भ्रष्टाचार फैलाया है, उसकी दुर्गन्ध पूरे देश में फैलनी शुरू हो गयी है।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में सपा के शासन में हर तरफ अराजकता फैली है। हत्या, बलात्कार, लूट और डकैती की वारदात की बाढ़ आ गयी है। समाजवाद के प्रणेता राम मनोहर लोहिया अगर आज जिंदा होते तो वह या तो इस सरकार को बख्रास्त कर देते या फिर आत्महत्या कर लेते।मौर्य ने कहा कि खुद को दलितों की बेटी कहने वाली मायावती इन्हीं दलितों पर होने वाले जुल्म के बारे में कुछ नहीं बोलती। भाजपा प्रदेश मुख्यालय में उमड़ी यह भीड़ इस बात का संकेत है कि मायावती के खिलाफ जनता में किस कदर नाराजगी है।

पूर्व बसपा महासचिव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन तथा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की सांगठनिक क्षमताओं की तारीफ करते हुए कहा कि इन दोनों की वजह से वे भाजपा में शामिल हो रहे हैं। मौर्य ने कहा कि वह अपने नवगठित लोकतांत्रिक बहुजन मंच के बैनर तले आगामी 22 सितम्बर को लखनउ के रमाबाई अम्बेडकर स्थल पर रैली करेंगे।

उसी दिन मंच का भाजपा में विलय कर दिया जाएगा।भाजपा के प्रान्तीय अध्यक्ष केशव मौर्य ने कहा कि भाजपा ने आगामी विधानसभा चुनाव में 403 में से कम से कम 265 सीटें जीतने का लक्ष्य तय किया है लेकिन स्वामी प्रसाद मौर्य के पार्टी में आने के बाद अगर यह आंकड़ा 400 पार कर जाए, तो कोई ताज्जुब की बात नहीं होगी।

Check Also

आरबीआई ने सभी क्रेडिट सूचना कंपनियों को दिया एक आंतरिक लोकपाल नियुक्त करने का निर्देश

आरबीआई ने सभी क्रेडिट सूचना कंपनियों को 1 अप्रैल, 2023 तक एक आंतरिक लोकपाल नियुक्त करने …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *