मौनी अमावस्या पर पवित्र स्नान के लिए इलाहाबाद में चल रहे माघ मेले में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ा। भोर से ही संगम में स्नान करने वालों की भीड़ लगी हुई है। ऐसे में पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। मेला स्थल के पास ही खोया-पाया काउंटर लगाया गया है। मेडिकल सुविधा की भी व्यवस्था की गई है। दोपहर तक करीब 5 लाख श्रद्धालुओं के यहां पहुंचने की संभावना है।
मौनी अमावस्या को सोमवती अमावस्या या माघी भी कहते हैं। इस पवित्र तिथि पर मौन रहकर या मुनियों के समान आचरण पूर्वक स्नान, दान करने और व्रत रखने का विशेष महत्व है। मान्यताओं के अनुसार, मौनी या सोमवती अमावस्या के योग में त्रिवेणी या गंगातट पर स्नान, दान करने की महिमा है।
मौनी अमावस्या पर नित्यकर्म से निवृत्त हो स्नान करके तिल, तिल के लड्डू, आंवला और कंबल आदि का दान करना चाहिए। इस दिन गुड़ में काला तिल मिलाकर लड्डू बनाना चाहिए और उसे लाल कपड़े में बांधकर ब्राह्मणों को देना चाहिए। साथ ही ब्राह्मणों को भोजन कराकर उन्हें दक्षिणा देनी चाहिए। स्नान, दान के अलावा इस दिन पितृ श्राद्ध करने का भी विधान है।