मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने आवाज-ए-पंजाब को असंतुष्ट और अवसरवादी नेताओं का समूह बताते हुए कहा कि यह बिना किसी विचारधारा की प्रतिबद्धता वाली पार्टी है और पंजाब की राजनीति पर इसका बमुश्किल कोई असर होगा।
क्रिकेटर से नेता बने नवजोत सिंह सिद्धू, भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान परगट सिंह और लुधियाना के विधायक बंधु बलविंदर बैंस व सिमरजीत सिंह बैंस ने पंजाब को बचाने के उद्देश्य से अपना खुद का राजनीतिक दल आवाज-ए-पंजाब बनाने का निर्णय किया है।
बादल ने कहा राजनीतिक पटल पर एक अन्य मोर्चा होने के अलावा इसका राज्य की राजनीति पर बमुश्किल कोई असर होगा। यहां लांबी विधानसभा क्षेत्र में संगत दर्शन कार्यक्रम के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा लोगों के पास समय है और उन्होंने फिर से अकाली-भाजपा गठबंधन की विकासोन्मुखी नीतियों में भरोसा जताया है।