लड़की से हुई छेड़छाड़ के बाद मुजफ्फरनगर में फिर भड़का दंगा

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नया बांस मोहल्ले में लड़की से हुई छेड़छाड़ के बाद शुरू हुआ सांप्रदायिक तनाव कम नहीं हो रहा है। शुक्रवार को केंद्रीय कृषि‍ मंत्री संजीव बालियान और बीजेपी विधायक कपिलदेव पीड़ि‍त युवती के घर पहुंचे। उन्‍होंने आरोपी युवक की गिरफ्तारी और लाठीचार्ज करने वाले पुलिस अधि‍कारियों के खि‍लाफ कार्रवाई की मांग की।गुरुवार सुबह मुजफ्फरनगर के नगर कोतवाली क्षेत्र के नया बांस इलाके में कश्यप समाज की एक युवती पर मुस्लिम समाज के युवकों ने छेड़छाड़ कर दी।

इसके बाद दोनों पक्ष आपने-सामने आ गए और कई घंटे जमकर पथराव और फायरिंग हुई।पत्थरबाजी में हिंदू समाज के 3 युवक घायल हो गए।घटना स्थल से महज 50 कदम की दूरी पर पुलिस आबकारी पुलिस चौकी होने के बाद भी पुलिस के आलाधिकारी समय से घटना स्थल पर नहीं पहुंच पाए।जानकारी के मुताबिक, पिछले 3 दिनों से क्षेत्र में युवतियों से छेड़छाड़ को लेकर दोनों समुदाओं में तनातनी चल रही थी, जिसके चलते मामला बेहद गंभीर हो गया।

एसएसपी कृष्ण बहादुर, एसपी सिटी संतोष कुमार मिश्रा, एसपी क्राइम राकेश जौली, सीओ सिटी तेजवीर सिंह शाम तक घटना स्थल पर डटे रहे, लेकिन डीएम निखिल चन्द्र शुक्ल घटना स्थल से नदारद रहे।मामला बिगड़ता देख शामली और सहारनपुर से पुलिस फोर्स मंगाई गई।इस मामले में हिरासत में लिए गए 5 युवकों को पुलिस ने छोड़ दिया। हालांकि, मुख्‍य आरोपी अभी भी पुलिस हिरासत में है, जिसे जेल भेजने की तैयारी चल रही है।

युवती पक्ष के लोगों का आरोप है कि पुलिस ने घटना के बाद हिंदू समाज के कई युवकों और पीड़ित युवती को कई घंटे थाने पर बैठाया रखा।हालांकि, पुलिस ने दोपहर बाद युवती से पूछताछ कर उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया, लेकिन देर रात तक हिंदू युवकों को नहीं छोड़ा।दिन भर सैकड़ों महिलाओं और हिंदू समाज के लोग कोतवाली में पुलिस की एक तरफा कार्रवाई खिलाफ धरने पर बैठे रहे।देर शाम एसएसपी द्वारा रात 9 बजे तक युवकों को छोड़ने के आश्वासन पर कोतवाली में जमा भीड़ घर लौट गई, लेकिन युवकों के घर नहीं लौटने पर एक बार फिर महिलाओं ने कोतवाली में पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और पुतला जलाया।

भीड़ में मौजूद कुछ युवकों ने थाने में ‘हर-हर महादेव’ के नारे लगाने शुरू कर दिए।मामला बिगड़ता देख पुलिस भीड़ पर लाठियां भांजनी शुरू कर दी।पुलिस ने रात 11 बजे भीड़ को सड़कों पर दौड़ा-दौड़ा कर पीटा।अचानक हुई लाठीचार्ज से शहर में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। इस दौरान धरने पर बैठी महिलाओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।इस दौरान कई महिलाओं को गंभीर चोट आई है।

महिलाओं पर लाठीचार्ज की सूचना पर बीजेपी विधायक कपिलदेव अग्रवाल कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस के खिलाफ रात 12 बजे शिव चौक पर धरने पर बैठे रहे।कपिल देव अग्रवाल का आरोप है कि पुलिस कवाल कांड की तरह एक तरफा कार्रवाई कर रही है।हिंदू समाज के कई बेकसूर युवकों को उठाया हुआ है। जब युवकों के परिजनों ने शांतिपूर्ण कोतवाली में युवकों की रिहाई के लिए धरना दिया तो रात के अंधेरे में उन पर लाठीचार्ज किया गया।

एसएसपी केबी सिंह ने रात 12:30 बजे शिव चौक पर पहुंचकर विधायक और कार्यकर्ताओं को युवकों को छोड़ने का आश्‍वासन देकर घर भेज दिया।28 अगस्त 2013 में सिखेड़ा थाना क्षेत्र के गांव कवाल में हिंदू समाज की युवती से छेड़छाड़ को लेकर हुए विवाद में शाहनवाज और सचिन गौरव की हत्या कर दी गई थी।इसमें तत्कालीन एसएसपी मंजिल सैनी ने गौरव सचिन के हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन सत्ता पक्ष के एक नेता के इशारे पर उन्हें छोड़ दिया गया था।

हालांकि, पुलिस ने दोनों ओर से मिली तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर कई लोगों को हिरासत में लिया था।इसके बाद मुजफ्फरनगर पुलिस पर एक तरफा कार्रवाई का आरोप लगा और पंचायतो का दौर शुरू हुआ।7 सितंबर की नगला मंदौड़ पंचायत के बाद मुजफ्फरनगर, शामली समेत मेरठ बागपत में सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई, जिसमें 66 लोगों की मौत हुई और कई हजार लोगों ने गांव से पलायन किया था।आज फिर मुजफ्फरनगर में युवतियों से छेड़छाड़ के बाद शहर सुलग रहा है। पुलिस ने समय रहते अगर निष्पक्ष कार्रवाई नहीं की तो मुजफ्फरनगर के हालात फिर से बिगड़ सकते है।

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