पश्चिम बंगाल में एक बस भीषण हादसे का शिकार हो गई. इस दुर्घटना में 36 यात्रियों की मौत की आधिकारिक पुष्टि हुई है. यात्रियों से भरी बस पुल की रेलिंग तोड़कर घोगरा नहर में गिर गई. हादसे के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी घटना स्थल का जायजा लेने पहुंचीं.
हादसे के बाद पुलिस के आने में कथित तौर पर देरी के कारण लोगों ने प्रदर्शन किया और गुस्साए लोगों ने पुलिस बल पर हमला कर दिया. उन्होंने पुलिस के एक वाहन में आग भी लगा दी. स्थानीय लोगों ने पुलिस के वाहन में लगी आग पर काबू पाने के लिए घटनास्थल पर पहुंची एक दमकल गाड़ी को भी नुकसान पहुंचाया.
पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज भी किया.पुलिस का कहना है कि हादसे का शिकार हुए कुछ लोगों की मौत अस्पताल में इलाज के दौरान हुई. घायलों को यहां के मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस ने बताया कि यह हादसा दौलताबाद थाना क्षेत्र अन्तर्गत बलीरघाट में सुबह छह बजे हुआ.
यह बस नदिया जिले के शिकारपुर से मालदा जा रही थी. हादसे के वक्त ज्यादातर यात्री नींद में थे, जिसके चलते इतने बड़े स्तर पर मौतें हुई हैं. स्थानीय लोगों ने दावा किया कि बस में करीब 50-60 यात्री सवार थे. हालांकि, बस में यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या के बारे में कोई भी अधिकारिक आंकड़ा जारी नहीं किया गया है.
घटनास्थल पर पहुंची मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संवाददाताओं से कहा कि बस के ड्राइवर ने लापरवाही की होगी और कोहरा भी छाया हुआ था. स्थानीय लोगों ने दावा किया कि बस में करीब 60 यात्री सवार थे. हालांकि, आधिकारिक रूप से यात्रियों की संख्या की पुष्टि नहीं हो पायी है.
ज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने दुर्घटना में लोगों के मरने पर शोक प्रकट किया और शोकसंतप्त परिवारों से अपनी संवेदना प्रकट की.दुर्घटना स्थल का जायजा लेने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया है.
गंभीर रूप से घायलों को एक लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की गई है. उन्होंने बताया कि अन्य घायलों को 50,000 रुपए का मुआवजा दिया जाएगा. बचाव अभियान पर नजर रखने के लिए जिलाधिकारी, एसपी और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद हैं.