मुंबई में ईएसआईसी अस्पताल की चौथी मंजिल पर आग लग गई। हादसे में मृतकों का आंकड़ा बढ़कर आठ हो गया है। इसमें एक 6 महीने की बच्ची की भी मौत हो गई। 147 लोगों को रेस्क्यू किया गया। 106 लोगों को जख्मी हालत में अस्पताल ले जाया गया। एक की मौत रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान सीढ़ी से गिरने पर हुई। पांच लोगों की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हुई।
बाद में दो और जख्मियों ने देर रात दम तोड़ दिया। घायलों को कूपर हॉस्पिटल, होली स्पिरिट हॉस्पिटल, पी ठाकरे ट्रॉमा हॉस्पिटल, हीरानंदानी हॉस्पिटल, सिद्धार्थ हॉस्पिटल और सेवन हिल्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।
दमकल विभाग के मुताबिक, आग शाम करीब चार बजे लगी। स्वास्थ्य मंत्री दीपक सावंत ने कहा कि अभी हम सभी लोगों को इलाज मुहैया कराने पर फोकस कर रहे हैं। मुंबई के मेयर वी महादेश्वर ने कहा कि अभी तक आग लगने के कारणों का पता नहीं लग पाया है।
महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम फायर ऑडिट के लिए जिम्मेदार है। इसकी जांच की जाएगी कि निगम ने फायर ऑडिट किया था या नहीं? मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम के डिप्टी चीफ फायर अफसर एमडी ओगले ने बताया कि 15 दिन पहले अस्पताल का सेफ्टी टेस्ट नाकाम रहा था।
केंद्रीय श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजन को 10 लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया। गंभीर रूप से घायलों को 2-2 लाख रुपए और सामान्य जख्मियों को एक-एक लाख रुपए दिए जाएंगे।