खुले में शौच जाने की वजह से मध्य प्रदेश में दो शिक्षक निलंबित हो गए हैं. एक मामले में आरोपी खुद शिक्षक था तो दुसरे में पत्नी के खुले में शौच जाने की सजा शिक्षक पति को मिली और उसे निलंबित कर दिया गया.शासकीय प्राथमिक विद्यालय बुढ़ेरा के सहायक अध्यापक महेंद्र सिंह यादव खुले में शौच जाने पर निलंबित हुए वहीं, प्रकाश प्रजापति को सज़ा उनकी पत्नी की वजह से मिली.
प्रकाश प्रजापति ने बताया उन्हें दस्त हो रहा था पता नहीं कब बाहर गई. मेरे अधिकारियों ने मुझे फोन पर सूचना दी. हालांकि अभी तक कोई लिखित आदेश नहीं मिला है. वहीं ज़िला शिक्षा अधिकारी आदित्य नारायण मिश्र ने कहा महेंद्र खुद और प्रजापति की पत्नी बाहर गईं थीं. पति पत्नी एक ही होते हैं इसलिए उन्हें निलंबित किया गया.
दोनों के घर में टॉयलेट है, कलेक्टर साहब स्वच्छता मिशन में लगे हुए हैं ऐसे में जिनपर ज़िम्मेदारी है वही खुले में शौच करेंगे तो ये कदाचार है.जिला शिक्षा अधिकारी के दफ्तर से आए आदेश में कहा गया है की सरकारी कर्मचारी का शासन के निर्देषों की अवहेलना किया जाना कदाचार की श्रेणी में आता है. लिहाजा उन्हें निलंबित किया जाता.
मध्य प्रदेश में 43,000 गांव और 9 लाख ग्रामीण अब भी खुले में सौच जाते हैं. स्वच्छ भारत मिशन के तेहत अक्टूबर 2019 तक देश को खुले में सैच से मुक्त बनाने का लक्ष्य है. साफ़ है इस लक्ष्य को हासिल करने में राज्य अभी बहुत पीछे हैं, लेकिन खुले में शौच की वजह से निलंबन का देश में शायद ये पहला मामला ही होगा.