केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित 10 जिलों में से सात महाराष्ट्र में और एक-एक कर्नाटक, छत्तीसगढ़ और दिल्ली में हैं। देश में कुल सक्रिय कोविड मामलों में से 58 प्रतिशत महाराष्ट्र में दर्ज किए गए हैं।
मंत्रालय के अनुसार, देश में कुल मौतों में से 34 प्रतिशत मौतें महाराष्ट्र में हुई हैं।केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा सभी राज्य सरकारों को आरटी-पीसीआर परीक्षणों का प्रतिशत बढ़ाने का सुझाव दिया गया है।
पिछले कुछ हफ्तों से महाराष्ट्र में ऐसे परीक्षणों में कमी आई है। पिछले सप्ताह महाराष्ट्र में कुल परीक्षणों का केवल 60 प्रतिशत ही आरटी विधि के माध्यम से किया गया। हमने सुझाव दिया है कि राज्यों को इसे 70 प्रतिशत या उससे ऊपर ले जाना होगा।
छत्तीसगढ़ के बारे में बोलते हुए भूषण ने कहा कि एक छोटा राज्य होने के बावजूद यहां कुल कोविड-19 मामलों का छह प्रतिशत और कुल मौतों का लगभग 3 प्रतिशत आंकड़ा दर्ज हुआ जो चिंता का कारण है। संक्रमण की दूसरी लहर में छत्तीसगढ़ की समग्र स्थिति बिगड़ गई है।
भूषण ने आरटी-पीसीआर परीक्षण की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि केंद्र ने पहले ही सभी राज्यों को आरटी-पीसीआर परीक्षणों की संख्या 70 प्रतिशत तक बढ़ाने का सुझाव दिया है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने कोविड-19 मामलों में हालिया वृद्धि के मद्देनजर महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और पंजाब में 50 उच्च-स्तरीय बहु-अनुशासनात्मक सार्वजनिक स्वास्थ्य टीमों का गठन किया है और उन्हें 50 जिलों में तैनात किया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, सार्वजनिक स्वास्थ्य टीमों को महाराष्ट्र के 30 जिलों, छत्तीसगढ़ के 11 जिलों और पंजाब के नौ जिलों में राज्य के स्वास्थ्य विभागों और स्थानीय अधिकारियों को कोविड-19 निगरानी और नियंत्रण उपायों में सहायता के लिए भेजा जाएगा।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के तीन वरिष्ठ अधिकारियों को महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और पंजाब के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। उच्च-स्तरीय टीम तीन राज्यों के लिए नोडल अधिकारियों के साथ रिपोर्ट और समन्वय करेगी।