जम्मू-कश्मीर से बीजेपी के विधान परिषद सदस्य रमेश अरोड़ा मोमोज को बंद करवाना चाहते हैं। उनका कहना है कि मोमोज में कैंसर जनित मोनोसोडियम ग्लूटामेट या अजिनोमोटो पाया जाता है। मोमोज पर प्रतिबंध लगाने के लिए वह अभियान चला रहे हैं। मोमोज का अविष्कार नेपाल में हुआ है, लेकिन भारत में यह बहुत फेमस है। लगभग हर शख्स इसे खाना पसंद करते हैं।
अरोड़ा ने कहा कि मोमोज को कई बीमारियों का मूल कारण पाया गया है, जिसमें आंत का कैंसर भी शामिल है। वह पिछले कुछ महीनों से इस पर मुद्दे को उठा रहे हैं और कम से कम राज्य में मोमोज के बैन की मांग कर रहे हैं। विधायक का कहना है कि चीनी भोजन में मोनोसोडियम ग्लूटामेट होता है, जिसे अजिनोमोटो के ब्रैंड नेम से बेचा जाता है, जो कि स्वाद बढ़ाने के लिए इस्तेमाल होता है। अजिनोमोटो एक तरह का सॉल्ट है, जो कैंसर समेत कई बीमारियों का कारण है।
यही नहीं यह एक छोटे से सिर दर्द को माइग्रेन में परिवर्तित करने के लिए जिम्मेदार है।बीजेपी एमएलसी ने आगे कहा कि मेमोरी लॉस होने की समस्या के अलावा लगातार 2-3 साल तक इसका सेवन करने पर पेट का कैंसर होने का खतरा रहता है। हमने पाया है कि यह शराब और नशीली दवाओं से भी ज्यादा हानिकारक है।
इसे लेकर उन्होंने हाल ही में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बली भगत से मुलाकात की और मोमोज और चीनी स्ट्रीट फूड पर रोक लगाने की मांग की है। बता दें कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस कैंसर रिसर्च इंस्टीट्यूट ने 2007 में एक रिचर्स के बाद बताया था कि अजिनोमोटो से पेट का कैंसर होता है। साल 2004 में वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने भी इसे असुरक्षित घोषित किया था।