उमा भारती रविवार को शिवगंगा एक्सप्रेस से वाराणसी के मंडुवाडीह स्टेशन पहुंची। इस दौरान उन्होंने वर्तमान विदेश नीति को खराब बताए जाने पर कांग्रेस पर जमकर वार किया। उन्होंने टिप्पणी करते हुए कहा, “कांग्रेसियों के घर में अगर दाल में मिर्च ज्यादा निकल जाए तो भी वो पीएम को ही दोषी ठहराएंगे क्या? बता दें कि हाल ही में पाकिस्तान से वार्ता टूटने पर कांग्रेसियों ने पीएम नरेंद्र मोदी को दोषी ठहराया था।इस दौरान उमा भारती ने ये भी बताया कि गंगा सफाई के नाम पर पहले जितने भी रुपए खर्च हुए हैं और इसमें कौन लोग शामिल थे, उन पर बीजेपी की नजर है। हालांकि, इसके बाद उमा भारती विंध्याचल दर्शन के लिए चली गईं। वे वहां पर गंगा को लेकर मीटिंग भी करेंगी।
उमा भारती ने बताया कि गौमुख से गंगासागर तक पानी की गुणवत्ता की जांच की जा रही है। इसकी जिम्मेदारी निजी संस्था को सौंपी गई है, जो अक्टूबर महीने में अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे। उन्होंने तीन साल के अंदर गंगा के मूल स्वरुप को वापस लाए जाने की बात भी कही। बता दें कि केंद्रीय गंगा पुनरुद्धार मंत्रालय गौमुख से गंगा सागर तक के गुणवत्ता की जांच कर रहा है। साथ ही ये पता लगा रहा है कि गौमुख से निकलने वाली गंगा का जल सागर तक पहुंच रहा है या नहीं?उमा भारती ने बताया कि 29 सालों में हुई गंगा की दुर्दशा के लिए चार कारण जिम्मेदार हैं। इनमें फंडिंग का गलत तरीका, किसी की जिम्मेदारी तय नहीं करना, समन्वय-सामंजस्य का अभाव और केंद्र-राज्य संघर्ष शामिल है। केंद्र सरकार इन चारों बिंदुओं पर काम कर रही है।