भारत और सिंगापुर ने 10 समझौतों पर किए हस्ताक्षर

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सिंगापुर के अपने समकक्ष नेता ली सीन लूंग के साथ मुलाकात के बाद परिष्कृत रक्षा सहयोग और सायबर सुरक्षा, जहाजरानी और नागरिक उड्डयन जैसे क्षेत्रों के लिए द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर किए.मोदी ने मंगलवार को अपनी यात्रा के दूसरे दिन सिंगापुर के राष्ट्रपति टोनी तान केंग के साथ मुलाकात की. राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास और कार्यालय, इस्ताना में उनका पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया.

दोनों पक्षों ने 10 समझौतों पर हस्ताक्षर किए जिनमें रणनतिक भागीदारी पर दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच संयुक्त घोषणापत्र भी शामिल था.संयुक्त घोषणापत्र में कहा गया ‘‘भारत और सिंगापुर अपने द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाकर रणनीतिक भागीदारी में तब्दील करेंगे ताकि सहयोग के मौजूदा क्षेत्रों में संबंध व्यापक बनाया जा सके और राजनीतिक, रक्षा तथा सुरक्षा सहयोग से लेकर आर्थिक, सांस्कृतिक एवं जनता के बीच संपर्क जैसे नए संबंधों को उत्प्रेरित किया जा सके. रणनीतिक भागीदारी बेहतर क्षेत्रीय स्थिरता और विकास में योगदान का भी ढांचा है.’’

अन्य समझौतों में दोनों देशों के बीच परिष्कृत रक्षा सहयोग संधि शामिल है जिसके तहत रक्षा मंत्रियों के स्तर पर वार्ता, दोनों देशों के सशस्त्र बलों बीच संयुक्त अभ्यास, रक्षा उद्योगों के बीच सहयोग का प्रावधान है ताकि सह-उत्पाद और सह विकास के क्षेत्रों के पहचान की जा सके.दोनों देशों ने सामरिक साझेदारी समझौते के तहत कौशल विकास, आर्थिक तथा रक्षा क्षेत्रों में सहयोग बढाने का ऐलान किया. श्री मोदी मलेशिया या के बाद दो दिवसीय या पर कल यहां पहुंचे थे. उन्होंने श्री लूंग से रात्रि भोज पर मुलाकात की.

दोनों नेता लिटिल इंडिया पहुंचे जहां श्री मोदी के सम्मान में रात्रि भोज का आयोजन किया गया था. यहां जिस तरह की सजावट की गई थी उससे भारत के दीपावली के त्योहार की झलक मिल रही थी.श्री लूंग ने ट्वीट कर कहा ‘‘मैं प्रधानमंत्री मोदी को सिंगापुर में संबोधन के बाद लिटिल इंडिया लेकर आया हूं. यहां पर हम लोगों ने शाकाहारी भोजन का लुत्फ उठाया.’’

श्री मोदी ऐसे समय में सिंगापुर की या पर हैं जब दोनों देश अपने कूटनीतिक संबंधों की 50वीं वषर्गाठ मना रहे हैं.श्री मोदी ने समझौतों पर हस्ताक्षर करने के बाद संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि एशियाई शेर सिर्फ गुजरात में पाया जाता है लेकिन एशियाई आर्थिक शेर सिंगापुर में है. उन्होंने कहा कि भारत के ज्यादातर क्षेत्रों में बदलाव के लिए सिंगापुर एक बड़ा सहयोगी है.

इस दौरान सिंगापुर के प्रधानमंत्री श्री लूंग ने कहा कि सिंगापुर सुरक्षा परिषद में सुधार और भारत को उसकी स्थाई सदस्यता दिलाने का समर्थन करता रहेगा.दोनों देशों ने अपने संबंधों को मजबूत बनाने के लिए ‘पांच एस’ की पहचान की है जिसमें व्यापार तथा विनिवेश को बढाना, समुद्री संपर्क और तटीय क्षेत्रों के विकास, स्मार्ट शहरों के विकास तथा शहरों के कायाकल्प, कौशल विकास, व्यावसायिक तथा सांस्कृतिक संबंधों को बढाना शामिल है.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सिंगापुर के अपने समकक्ष ली सीन लूंग को एक नायाब तोहफा दिया जो 1849 के सिंगापुर के नक्शे की एक प्रति है.सिंगापुर की अपनी यात्रा के दूसरे दिन लूंग से मुलाकात के दौरान मोदी ने यह तोहफा भेंट किया.मोदी ने ट्विट किया, ‘‘ सिंगापुर के प्रधानमंत्री को 1849 के सिंगापुर के नक्शे की एक प्रति भेंट की. ’’उन्होंने कहा, ‘‘ 52 इंच लम्बा और 52 इंच चौड़ा यह नक्शा 1842.45 के बीच हुए सव्रेक्षण पर आधारित है . इस नक्शे में सिंगापुर का विस्तृत भौगोलिक ब्यौरा दर्ज है. नक्शे में सिंगापुर के उच्च एवं निम्न जलधाराओं एवं शहर के विभिन्न स्थालों को भी दर्शाया गया है. ’’

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