भले ही चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपने शहर शियान में बड़ी गर्मजोशी से भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी का स्वागत किया, लेकिन जब दोनों आमने-सामने बैठे तो पीएम मोदी ने ऐसे मुद्दे भी उठाए जो दोनों देशों के लिए लंबे अरसे से सिरदर्द बने हुए हैं।
मोदी ने जिनपिंग के साथ चीन की तमाम ऐतिहासिक जगहें देखने के बाद कई अहम मुद्दों पर बातचीत की। करीब एक घंटे चली दोनों देशों के नेताओं की बातचीत में सालों से गले की फांस बने मसलों पर खुलकर बात की।सूत्रों की मानें तो मोदी ने सीमा विवाद के साथ-साथ भारत के लिए सबसे अहम मसलों में से एक नत्थी वीजा विवाद पर भी बात की। चीन अरुणाचल प्रदेश के लोगों को नत्थी वीजा जारी करता रहा है, जबकि भारत का रुख है कि वीजा के अंदर मोहर लगाई जानी चाहिए। इस पर चीन हमेशा से कहता रहा है कि अरुणाचल विवादित क्षेत्र है।
सरकार के सूत्रों ने बताया कि पीएम मोदी ने पीओके (पाकिस्तान नियंत्रित कश्मीर) में 46 बिलियन डॉलर की लागत से चीन द्वारा बनाए जा रहे इकॉनमिक कॉरिडोर पर भी अपना पक्ष रखा। सूत्रों ने हालांकि कहा कि दोनों नेताओं के बीच खुलकर बात की गई।
विदेश सचिव एस. जयशंकर ने कहा, ‘यह मीटिंग काफी अहम रही और मैं बताना चाहूंगा कि माहौल काफी सकारात्मक था। कहा जा सकता है कि इससे पिछले साल सितंबर में शुरू हुए दोनों नेताओं के रिश्ते बेहतरी की ओर बढ़ रहे हैं।’
जयशंकर ने यह भी बताया कि दोनों देशों के बीच विश्वास मजबूत करने और लेन-देन को बढ़ावा देने पर बात की गई। कई राजनीतिक मसलों पर भी मोदी और शिनपिंग ने बात की, जिसमें सीमा विवाद शामिल है ताकि सीमा पर शांति का माहौल बनाया जा सके।
मोदी तीन दिनों तक चीन में रहेंगे, जिसके बाद वह मंगोलिया और दक्षिण कोरिया जाएंगे। अपने इस दौरे से पहले मोदी ने चीनी मीडिया से कहा था, ‘मैं चीन यात्रा का इंतजार कर रहा हूं… 21वीं सदी एशिया का है।’
इसके पहले, मोदी दुनिया के ऐसे पहले नेता बने, चीन ने जिनका स्वागत राजधानी से हटकर किसी दूसरे शहर में किया। इसके बाद, मोदी ने हिंदी में अपनी बात रखी और शी जिनपिंग ने चीनी में।
शी जिनपिंग ने शियान में पीएम मोदी का जोरदार स्वागत किया। चीन के जोरदार स्वागत से खुश पीएम मोदी ने इसकी तारीफ की और चीन यात्रा को देश के सभी नागरिकों के लिए गर्व की बात बताया।
पिछले साल, जब चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग भारत दौरे पर आए थे तब मोदी ने उनका स्वागत अपने गृह राज्य गुजरात में किया था। कुछ ऐसा ही मोदी के स्वागत में भी किया गया। जिनपिंग ने मोदी से कहा, ‘आपने अपने शहर में मेरा गर्मजोशी से स्वागत किया। मुझे खुशी है कि मैं आपका स्वगात अपने शहर में कर रहा हूं।’