उरी में आर्मी बेस पर आतंकी हमले में 17 जवान शहीद

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जम्मू-कश्मीर में आर्मी ब्रिगेड हेडक्वार्टर पर रविवार सुबह आतंकियों ने हमला कर दिया. लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) के पास उरी सेक्टर में मौजूद आर्मी मुख्यालय में आतंकी घुसे.उन्होंने हैड ग्रेनेड फेंक कर कुछ बैरकों में आग लगा दी. आर्मी के नॉर्दन कमांड के मुताबिक, हमले में 17 जवान शहीद हो गए, जबकि 20 जख्मी हुए.

सुरक्षा बलों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए हालात संभालने के लिए पैराकमांडो की टीम को मौके पर एयरड्रॉप किया. आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन में 4 आतंकियों को मार गिराया गया. आर्मी ने हमले में जैश-ए-मोहम्मद का हाथ होने का दावा किया है.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है हमलावरों को बख्शा नहीं जाएगा.

इस बीच गृहमंत्री रजनाथ सिंह ने उच्चस्तरीय बैठक कर हालात की समीक्षा की. बैठक के बाद आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के संकेत दिये गए हैं.सूत्रों के मुताबिक उरी में हमला करने वाले आतंकवादियों ने शनिवार को ही एलओसी से घुसपैठ की. 16 आतंकवादियों ने घुसपैठ की और वे तीन हिस्सों में बंट गए. एक गुट पुंछ की तरफ गया जिसके निशाने पर सेना के कैंप हो सकते हैं.

दूसरा गुट श्रीनगर की तरफ निकला जो जम्मू श्रीनगर हाईवे पर सुरक्षाबलों के काफिले पर हमला कर सकता है. तीसरा गुट उरी हमले में शामिल था जिसमें 4 आतंकवादी थे. सेना ने इन चारों आतंकियों को ढेर कर दिया है.राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने रविवार को उरी में सेना के एक शिविर पर हुए नृशंस हमले की निंदा की और कहा कि भारत आतंकियों एवं उन्हें मदद पहुंचाने वालों के नापाक मंसूबों को विफल करेगा.

राष्ट्रपति ने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर कहा, भारत ऐसे हमलों से नहीं झुकेगा. हम आतंकियों और उन्हें मदद पहुंचाने वालों के नापाक मंसूबों को विफल करेंगे. भारतीय सशस्त्र बलों के तीनों अंगों के सर्वोच्च कमांडर मुखर्जी ने उरी में सैन्य शिविर पर हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की. महान बलिदान देने वाले बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए राष्ट्रपति ने उनके परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की. द एजेंसियां

गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा हमलावर अच्छी तरह ट्रेंड, भारी हथियारों और मॉडर्न इक्विप्मेंट से लैस थे. पाकिस्तान एक आतंकवादी देश है और उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग किया जाना चाहिए.हमले के बाद गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आपात समीक्षा बैठक बुलाई हुई, जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, गृह सचिव, रक्षा सचिव, रॉ चीफ, आईबी चीफ, सीआरपीएफ के डीजी और डीजीएमओ सहित सरकार के दूसरे आला अधिकार भी शामिल रहे.

बैठक के बाद सरकार इस रणनीति पर काम कर रही है कि आखिर इस हमले का जवाब कैसे दिया जाए. सूत्रों का कहना है कि सरकार बड़ी कार्रवाई की तैयारी कर रही है. इसका अंतिम फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लेंगे. पल पल की जानकारी से उन्हें अवगत कराया जा रहा है.

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