मायावती ने वरिष्ठ सपा नेता मोहम्मद आज़म खान को सवा दो वर्षों से जेल में बंद रखने को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार की निंदा की है।इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने समाजवादी पार्टी के विधायक मोहम्मद आजम खान को 26 महीने की अवधि के बाद जमानत दे दी गई पर उन्हें तत्काल रिहा नहीं किया जाएगा, क्योंकि पिछले सप्ताह फर्जी दस्तावेजों पर किसी संस्था को मान्यता देने के संबंध में उनके खिलाफ नया मामला दर्ज किया गया था।
बसपा प्रमुख मायावती ने आज ट्वीट कर कहा कि यूपी व अन्य बीजेपी शासित राज्यों में भी, कांग्रेस की ही तरह, जिस प्रकार से टारगेट करके गरीबों, दलितों, अदिवासियों एवं मुस्लिमों को जुल्म-ज्यादती व भय आदि का शिकार बनाकर उन्हें परेशान किया जा रहा है यह अति-दुःखद, जबकि दूसरों के मामलों में इनकी कृपादृष्टि जारी है।
बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट कर लिखा कि वरिष्ठ विधायक मोहम्मद आजम खां को करीब सवा दो वर्षों से जेल में बंद रखने का मामला काफी चर्चाओं में है, जो लोगों की नजर में न्याय का गला घोंटना नहीं तो और क्या है? उन्हें फरवरी 2020 में सीतापुर जेल में बंद कर दिया गया था।
मोहम्मद आजम खान को अब किताब चोरी, बकरी चोरी, भैंस चोरी, जमीन अतिक्रमण, जमीन हथियाने, जालसाजी और बिजली चोरी समेत 87 मामलों में जमानत मिल चुकी है।अंतत: रिहा होने से पहले उन्हें पिछले सप्ताह उनके खिलाफ दर्ज 88वें मामले में जमानत लेनी होगी।