मौसम विभाग ने गुरुवार को बताया कि लगातार पांचवें दिन मानसून की उत्तरी सीमा में प्रगति नहीं देखी गई। यह अभी वेरावल, सूरत, उज्जैन, नरसिंहपुर, रायपुर, कलिंगपटनम, कृष्णानगर और दार्जिलिंग से ही गुजर रहा है।बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में चक्रवात की स्थिति बन रही है। चक्रवात के बाद ही मानसून के उत्तर की ओर बढ़ने की उम्मीद की जा सकती है। भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक लक्ष्मण सिंह राठौड़ ने कहा कि मानसून के धीमा पड़ने के कुछ दौर आते हैं। हालांकि इसके अगले सप्ताह फिर सक्रिय होने की उम्मीद है।
निजी एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, आमतौर पर मानसून 10 जून तक बिहार और 15 जून तक पूर्वी उत्तर प्रदेश पहुंच जाता है किंतु फिलहाल उसके स्थिर होने से इन इलाकों में अभी और देरी होने की आशंका है।इस बीच, पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री वाइएस चौधरी ने बताया कि मानसून की अब तक की प्रगति संतोषजनक है। कुल मिलाकर देश में साधारण से 11 फीसद अधिक बारिश हुई है।पूर्व एवं पूर्वोत्तर और मध्य भारत में क्रमशः 16 और 13 फीसद अधिक वर्षा हुई है।