गवर्नर नजमा हेपतुल्ला ने बीजेपी को सरकार बनाने का न्योता दिया है। उन्होंने कहा बीजेपी के पास 30 से ज्यादा एमएलए हैं। ये मणिपुर के लिए अच्छा होगा, यहां स्टैबिलिटी की जरूरत है। ये मणिपुर के लिए फायदेमंद है। बुधवार दोपहर 1 बजे शपथ ग्रहण होगा। सीएम कैंडिडेट बीरेन सिंह के साथ कुछ मंत्री भी शपथ लेंगे। समारोह में अमित शाह और केंद्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह मौजूद रहेंगे।
नागा पीपुल्स फ्रंट (NPF) के चार, नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) के 4 MLA बीजेपी को सपोर्ट कर चुके हैं। 60 सीटों वाली मणिपुर असेम्बली में बहुमत के लिए 31 सीटें चाहिए।बीजेपी के सीएम कैंडिडेट बीरेन सिंह ने सोमवार को गवर्नर से मिलकर 32 MLAs के सपोर्ट से सरकार बनाने का दावा पेश किया था।
राजभवन के सोर्सेज के मुताबिक NPF के MLAs ने गवर्नर से मिलकर सरकार बनाने में बीजेपी के समर्थन की बात कही।गवर्नर नजमा हेपतुल्ला खुद NPF के MLAs से मिलकर इस बात की पुष्टि करना चाहती थीं कि वो मणिपुर की हंग असेम्बली में किस पार्टी को सपोर्ट कर रहे हैं।
इससे पहले बीजेपी ने भी गवर्नर नजमा हेपतुल्ला को NPF के 4 MLAs के सपोर्ट का दावा किया और इस संबंध में NPF प्रेसिडेंट का लेटर भी गवर्नर को सौंपा था।गवर्नर हेपतुल्ला ने मंगलवार शाम मीडिया से कहा कि उन्होंने बीजेपी को सरकार बनाने के लिए इनवाइट किया है। शपथग्रहण बुधवार 1 बजे होगा।
उन्होंने कहा मेरे 37 साल के पार्लियामेंट्री करियर में जब में कांग्रेस में थी और नॉन-कांग्रेस सरकारों के साथ काम करती थी, तब भी मुझ पर ऐसे आरोप नहीं लगाए गए।मैं ये जानती हूं कि कांग्रेस सिंगल लार्जेस्ट पार्टी है। लेकिन, गवर्नर का फर्ज होता है कि वो सरकार में स्टैबिलिटी को भी आंके। सुप्रीम कोर्ट ने भी अपनी रूलिंग में कहा है कि ये गवर्नर का काम है कि वो मेजॉरिटी और राज्य के स्थायित्व के बारे में सही फैसला करे।
मणिपुर को ज्यादा से ज्यादा विकास की जरूरत है। इसके अलावा यहां ज्यादा से ज्यादा रोजगार की जरूरत है। ऐसे में यहां स्टैबिलिटी होना जरूरी है।इबोबी सिंह ने सोमवार देर रात इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा था कि राज्य में नई सरकार के गठन के प्रॉसेस का रास्ता बनाने के लिए मंगलवार तक अपने पद से इस्तीफा दे देंगे।
इबोबी सिंह और राज्य के कांग्रेस प्रेसिडेंट टीएन हावकिप ने रविवार रात को गवर्नर से मुलाकात की थी। इस मीटिंग में गवर्नर ने इबोबी को फौरन इस्तीफा देने को कहा था।बता दें कि मणिपुर के सीएम इबोबी सिंह से विवाद के बाद बीरेन सिंह ने कांग्रेस छोड़ बीजेपी ज्वाइन की थी।
बीजेपी लीडरशिप के साथ उनके 21, NPP प्रेसिडेंट और उनके 4 एमएलए, एक कांग्रेस और एक एलजेपी और एक टीएमएस के एमएलए ने सपोर्ट किया है। ये सभी गवर्नर से पहले ही मुलाकात कर चुके हैं। मंगलवार को NPF के 4 MLAs ने भी गवर्नर से मुलाकात कर ली।