कोरोना वैक्सीन की कीमतों में असमानता को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखने जा रही हैं। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने कहा कि उसकी कोविशील्ड वैक्सीन राज्य सरकारों को प्रति खुराक 400 रुपये और निजी अस्पतालों को 600 रुपये में बेची जाएगी।
वहीं वैक्सीन की कीमत केंद्र सरकार ने 150 रुपये प्रति डोज तय की है। इसके बाद बनर्जी ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखने का फैसला किया है।ममता ने कहा मैं टीकों की कीमतों में असमानता को लेकर प्रधानमंत्री को पत्र लिखने जा रही हूं।
उन्होंने तीन अलग-अलग तरह के मूल्य निर्धारित किए हैं – एक केंद्र सरकार के लिए, एक राज्य सरकारों के लिए और एक निजी सुविधाओं के लिए, जो कि सही नहीं है।ममता ने बुधवार शाम मालदा जिले में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, यह व्यवसाय करने का समय नहीं है।
यह एक ऐसा समय है, जब सभी को लोगों की भलाई के लिए काम करना चाहिए।केंद्र द्वारा 1 मई से 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी व्यक्तियों को टीकाकरण की अनुमति देने के बाद एसआईआई ने टीके की कीमतों पर बयान जारी किया है।
निर्णय की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फार्मा कंपनियों, डॉक्टरों, स्वास्थ्य के प्रभारी मंत्रियों और कई नोडल मंत्रालयों के अधिकारियों के साथ हुई बैठक के बाद की गई है।मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार ने बाजार से टीकों की खरीद के लिए 100 करोड़ रुपये का कोष बनाया है।
उन्होंने कहा, अब तक हमने 93 लाख लोगों का टीकाकरण किया है और हमने केंद्र सरकार से 1 करोड़ और डोज मांगी है। एक बार वे आ जाएंगे, तो हम अन्य एक करोड़ लोगों का टीकाकरण कर सकेंगे। उस स्थिति में बहुत सारे परिवार बीमारी के प्रति प्रतिरक्षात्मक होंगे।
मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि वर्तमान में कोविड रोगियों के लिए 11,000 बिस्तर हैं, जिन्हें जल्द ही बढ़ाकर 13,000 कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा, 6,793 व्यक्तियों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जबकि अन्य 51,593 घरों में सुरक्षित हैं।
ऑक्सीजन की कमी है, लेकिन हम आवश्यकता को पूरा कर लेंगे।मुख्यमंत्री ने यह भी चेतावनी दी है कि अगर कोई टीके की जमाखोरी करते हुए पाया गया तो उस व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।