महाराष्ट्र में अभी 18+ को 1 मई से नहीं लगेगी वैक्‍सीन

महाराष्ट्र में लागू कड़े प्रतिबंध 15 दिन के लिए और बढ़ाए गए हैं. पहले एक मई तक कड़े प्रतिबंध लगाए गए थे जो अब 15 मई तक लागू रहेंगे. दूसरी तरफ महाराष्ट्र में 18-45 वर्ष की उम्र के लोगों का वैक्सिनेशन 1 मई से शुरू नहीं हो पाएगा. महाराष्ट्र में 18-45 की आयु के करीब 5.71 करोड़ लोग हैं. इनके लिए करीब 12 करोड़ डोज की जरूरत होगी.

इसके लिए राज्य सरकार को करीब 6500 करोड़ खर्च करने होंगे.सूत्रों के मुताबिक कैबिनेट की बैठक में महाराष्ट्र सरकार ने फैसला लिया है कि राज्य में 18-45 वर्ष की उम्र के लोगों का भी मुफ्त वैक्सिनेशन होगा. 45 से ऊपर वालों का पहले से ही मुफ्त वैक्सीनेशन हो रहा है. 18-45 आयु के लोगों को CoWIN App पर रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य होगा.

फ्री वैक्सिनेशन महानगरपालिका और सरकारी वैक्सिनेशन सेंटर पर ही होगा. स्वास्थ्य मंत्री ने 18-45 आयु के लोगों को सब्र रखने और वैक्सिनेशन सेंटर पर भीड़ नहीं करने की विनती की है.18-45 आयु वर्ग के लिए टीकाकरण के लिए मंगलवार को महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव डॉ प्रदीप व्यास ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला और भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डॉ कृष्णा एम एला को अलग-अलग पत्र भेजे हैं.

उन्होंने कहा कि अगर महाराष्ट्र सरकार अपनी 18-45 आयु वर्ग की आबादी का टीकाकरण करने का फैसला किया है, तो इसका अनुमान लगभग 5 करोड़ है, इसके लिए लगभग 12 करोड़ वैक्सीन खुराक की आवश्यकता होगी. व्यास ने दोनों से पूछा कि कोविशिल्ड और कोवैक्सीन की कितनी खुराकें हैं, दोनों कंपनियां राज्य सरकार को कितनी आपूर्ति कर सकती हैं, जो मई 2021 से अगले छह महीनों तक हर महीने करनी है.

इसके अलावा सरकार ने वैक्सीन की कीमत निर्धारण और अन्य शर्तों के बारे में भी जानकारी मांगी है. हाल ही में, दोनों कंपनियों ने घरेलू बाजार में वैक्सीन की आपूर्ति के लिए अपनी नई कीमतों की घोषणा की थी. एसआईआई कोविशिल्ड वैक्सीन को राज्य सरकारो को 400 रुपये प्रति खुराक पर और प्राइवेट अस्पतालों को 600 रुपये प्रति खुराक पर दे रहा है, जबकि BBIL इसे 600 रुपये प्रति खुराक पर राज्य सरकारों को और 1,200 रुपये प्रति निजी अस्पतालों को दे रहा है.

एसआईआई ने कहा कि बाजारों में वैश्विक टीके बहुत अधिक दरों पर उपलब्ध हैं. 1500 रुपये प्रति डोज (अमेरिकी खुराक), और 750 प्रति डोज (रशियन और चाइनीज डोज), जबकि बीबीआईएल ने कहा कि कंपनी अपने टीकों को 15-20 डॉलर प्रति खुराक (लगभग औसतन रु 1200 रुपये प्रति खुराक) के बीच में निर्यात कर रही है.

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