भारतीय थल सेना के प्रमुख पद पर वरिष्ठता में तीसरे नम्बर के लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन रावत की ताजपोशी को लेकर उठे विरोध के स्वर अभी मद्धिम नहीं पड़े थे कि एक बार फिर वरिष्ठताक्रम को दरकिनार कर इंजीनियर-इन-चीफ पद पर दूसरे पायदान पर स्थित लेफ्टिनेंट जनरल की नियुक्ति कर दी गई है.मौजूदा समय में इस पद पर लेफ्टिनेंट जनरल संजीव तलवार तैनात हैं, जो इस माह के अंत में सेवानिवृत्त हो रहे हैं.
वरिष्ठता के आधार पर तलवार के बाद लेफ्टिनेंट जनरल विश्वम्भर सिंह को नया इंजीनियर-इन-चीफ बनाया जाना चाहिए था. लेकिन उन्हें दरकिनार कर लेफ्टिनेंट जनरल सुरेश शर्मा का चयन रक्षा मंत्रालय के रिकमेंडेशन पर भारत सरकार की नियुक्ति मामलों की कैबिनेट कमेटी (एसीसी) ने कर दी है और उनके नाम की घोषणा भी कर दी गई है.
लेफ्टिनेंट जनरल शर्मा मौजूदा समय में बीआरओ के महानिदेशक हैं. लेफ्टिनेंट जनरल विश्वम्भर सिंह इस वक्त वेपन्स एंड इक्यूपमेंट्स विभाग के महानिदेशक हैं.दोनों ही लेफ्टिनेंट जनरल (सिंह और शर्मा) मिलिटरी इंजीनियरिंग सर्विस से हैं. सिंह आर्चीटेक्ट्स कैडर से हैं, जब कि शर्मा इंजीनियर्स कैडर के हैं.
माना जा रहा है कि सरकार ने सेना की महत्वपूर्ण इकाई इंजीनियरिंग सेवा में इंजीनियर्स कैडर को महत्व दिया है.यही वजह है कि लेफ्टिनेंट जनरल विश्वम्भर सिंह इंजीनियर-इन-चीफ होते-होते रह गए. वरिष्ठताक्रम को किनारे कर प्रमुख पदों पर नियुक्ति को लेकर सेना में इन दिनों चर्चाओं का बाजार गर्म है.