केरल में शुरुआती रुझानों में लेफ्ट नीत एलडीएफ को बहुमत मिल गया है, वो इतिहास बनाने जा रहा है. रुझानों में लेफ्ट 77 सीटों पर आगे है, तो वहीं कांग्रेस 60 सीटों पर आगे है. भाजपा की बात करें तो वह सिर्फ एक सीट पर आगे चल रही है.
रुझानों के अनुसार, पिनराई विजयन एक बार फिर मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठते दिखाई दे रहे हैं. केरल की 140 विधानसभा सीटों पर एक चरण में मतदान हुआ था.शुरुआती रुझानों को देखकर ऐसा लग रहा है कि राज्य में इस बार भी भाजपा का जादू नहीं चला पाई.
बता दें कि ओपिनियन पोल की तरह ही एग्जिट पोल में भी लेफ्ट नीत एलडीएफ की सरकार में वापसी का अनुमान लगाया जा रहा था. तकरीबन सभी एग्जिट पोल में सीपीएम नीत गठबंधन को पूर्ण बहुमत की बात कही गई थी.
वहीं यूडीएफ के 50-60 सीटों में सिमटने का अनुमान लगाया गया था. जबकि भाजपा को एक या दो सीटें मिलने का दावा किया गया था.केरल में 633 मतगणना केंद्रों पर वोटों की गिनती सुबह 8 बजे शुरू हुई.
केरल में 140 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव में मुख्यमंत्री पिनराई विजयन, उनकी कैबिनेट के 11 सदस्य, विपक्ष के नेता रमेश चेन्नीथला, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ओमन चांडी, भाजपा की राज्य इकाई के प्रमुख के. सुरेंद्रन, मेट्रोमैन ई.श्रीधरन और पूर्व केंद्रीय मंत्री के जे अलफोंस सहित 957 उम्मीदवार मैदान में हैं. आज यह स्पष्ट हो जाएगा कि जनता ने इनमें से किस पर ज्यादा विश्वास जताया है.