लालू प्रसाद ने भाजपा और आरएसएस पर दलित एवं अल्पसंख्यक विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी पार्टी आरएसएस के राष्ट्र ध्वज को भगवा ध्वज में ‘बदलने’ करने की साजिश को पूरा नहीं होने देगी.पटना के दस सर्कुलर रोड स्थित अपने आवास पर आयोजित राजद के राज्य पदाधिकारियों की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए लालू ने भाजपा और आरएसएस पर दलित एवं अल्पसंख्यक विरोधी होने का आरोप लगाया और कहा कि उनकी पार्टी आरएसएस के राष्ट्र का भगवाकरण करने की मंशा को पूरा नहीं होने देगी.
स्वामी रामदेव के ओवैसी को लेकर की गयी टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर लालू ने कहा कि वे स्वामी नहीं ‘दुकानदार’ हैं. ओवैसी, रामदेव और आरएसएस में कोई फर्क नहीं है. सभी एक भाषा बोल रहे हैं.देश में ‘भारत माता की जय’ बोलने के मुद्दे छिड़ने के बारे में लालू ने कहा कि भाजपा की ऐसी बातों का नोटिस ही नहीं लिया जाना चाहिए. वह यही चाहती है कि लोग इस पर प्रतिक्रिया दें और उनकी मंशा पूरी हो.
उन्होंने कटाक्ष किया कि अपने वतन से हिंदू, मुस्लिम और सिख समुदाय के लोगों को जितना प्यार है उतना आरएसएस को नहीं है.भारत के जो मुसलमान पाकिस्तान चले गए और उनका आधा परिवार यहां रह गया तो वहां उनका निधन होने के पूर्व वे तरसते हैं कि अपनी मिट्टी में उन्हें दफन किया जाता.