विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि उन्होंने आईपीएल के पूर्व चेयरमैन की नहीं बल्कि कैंसर से पीड़ित उनकी पत्नी की मदद की थी। इस मामले में विदेश मंत्री के इस्तीफे की मांग कर रही कांग्रेस अध्यक्ष के पाले में गेंद डालते हुए उन्होंने कहा कि अगर सोनिया गांधी उनकी जगह वह होतीं तो क्या वह उस महिला को मरने के लिए छोड़ देतीं।विदेश मंत्री ने कहा, ‘ यदि एक कैंसर से पीड़ित महिला की मदद करना अपराध है तो मैं देश के समक्ष अपना गुनाह कुबूल करती हूं और इसके लिए सदन मुझे जो सजा देना चाहे , मैं भुगतने के लिए तैयार हूं।’ उन्होंने साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा, ‘यदि सोनिया गांधी मेरी जगह होतीं तो क्या वे ऐसी कैंसर पीड़ित महिला को मरने के लिए छोड़ देतीं।
यह बड़ा मानवीय संवेदना का मामला है। यह ललित मोदी की मदद करने का मामला नहीं है।’ ललित मोदी मामले में विदेश मंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर लोकसभा में हंगामा करने के कारण अध्यक्ष की ओर से अपने 25 सदस्यों के निलंबन की कार्रवाई का सामना कर रहे मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस की गैर मौजूदगी में सुषमा ने लोकसभा में यह बयान दिया।विदेश मंत्री ने कहा, ‘ललित मोदी को यात्रा दस्तावेज देने का मैंने ब्रिटिश सरकार से कभी अनुरोध या सिफारिश नहीं की। यह आरोप असत्य, गलत और निराधार है।