कोलकाता में फ्लाईओवर का निर्माण कर रही कंपनी के पांच अधिकारियों को हिरासत में लिया गया है। यह फ्लाईओवर वाहनों और फुटपाथ विक्रेताओं पर गिर गया था।दुर्घटनास्थल का दौरा करने वाले कोलकाता पुलिस के आयुक्त राजीव कुमार ने संवाददाताओं को बताया, ‘हमने निर्माण कंपनी के कुछ अधिकारियों को हिरासत में ले लिया है। हम उनके खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं।’ कोलकाता पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 304, 308 और 407 के तहत हैदराबाद स्थित निर्माण कंपनी आईवीआरसीएल के खिलाफ मामला दर्ज किया है और कंपनी के स्थानीय कार्यालय को सील कर दिया है।
नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर एक अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि कल के हादसे में घायल करीब सात व्यक्तियों की ‘हालत बहुत चिंताजनक है।’ कंक्रीट और लोहे की छड़ों समेत मलब को हटाये जाने के बारे में पूछे जाने पर अधिकारी ने बताया, ‘मुख्य क्रासिंग यानी गणेश टॉकिज क्रासिंग पर आज सफाई पूरी हो जाने की उम्मीद है। लेकिन लोहे के छड़ों, लोहे के खंभे, कंक्रीट जैसे शेष मलबे को एक के बाद कर हटाया जाएगा।
अधिकारी ने बताया कि विवेकानंद फ्लाईओवर के केके टैगोर स्ट्रीट की ओर वाले हिस्से पर बना वह लौह स्तंभ जिसपर यह फ्लाईओवर टिका हुआ है ,पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है । इस स्तंभ को काटा जाएगा, लेकिन इसके लिए सुनियोजित इंजीनियरिंग योजना की जरूरत है। उन्होंने बताया, ‘फ्लाईओवर के नजदीक की इमारतों के काफी नजदीक होने के कारण यह बहुत बहुत भीड़भाड़ वाला इलाका है।
ऐसे में हम फ्लाईओवर के क्षतिग्रस्त हिस्सों को हटाते समय इस बात का ध्यान रखेंगे कि यहां कोई दूसरा हादसा नहीं हो जाए।’ शहर पुलिस की डीएमजी टीम, कोलकाता ट्रैफिक पुलिस की विशेष टीमों, डीसी सेन्ट्रल, डीसी साउथ, ओल्ड मिंट कैंप के सीआरपी सहित एनडीआरएफ, सेना के जवान रात भर बचाव अभियान में लगे रहे।