दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गांधी जयंती पर साजिश के तहत राजघाट ना जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का अपमान किया है और उन्हें इसके लिए देश से माफी मांगनी चाहिए। दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना द्वारा दिल्ली की केजरीवाल सरकार को पत्र लिखकर गांधी जयंती के अवसर पर दिल्ली के मुख्यमंत्री या उनके किसी भी अन्य मंत्री के राजघाट नहीं जाने के बारे में पूछे गए सवाल का हवाला देते हुए कहा कि उपराज्यपाल ने चिट्ठी में लिखा कि प्रथम दृष्टया यह मामला जानबूझकर प्रोटोकॉल तोड़ने का मालूम पड़ता है।
पत्र में यह भी लिखा है कि इस तरीके के कार्यक्रमों का आयोजन दिल्ली सरकार की तरफ से किया जाता है और जो निमंत्रण पत्र भेजा जाता है, वह दिल्ली के मुख्यमंत्री के नाम से जाता है।गुप्ता ने उपराज्यपाल के पत्र का हवाला देते हुए कहा कि केजरीवाल सोची समझी साजिश के तहत ना खुद महात्मा गांधी के समाधि स्थल पर गए और ना ही अपने मंत्रियों को जाने की इजाजत दी। इस गुनाह के लिए उन्हें देश के लोगों से माफी मांगनी चाहिए।
भाजपा नेता ने कहा कि देश के महापुरुषों का राजनीतिक इस्तेमाल करना केजरीवाल की पुरानी आदत है। वो साबरमती आश्रम जाकर चरखा चलाने की नौटंकी करते हैं और पंजाब में गांधी की तस्वीर हटवाने का आदेश देते हैं।गुप्ता ने केजरीवाल सरकार पर अपने आठ सालों के कार्यकाल के दौरान बुजुर्गों, विधवाओं और दिव्यांगों को मिलने वाली पेंशन को बंद करने का भी आरोप लगाया।